संयुक्त मोर्चा टीम। देश में लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के पांच चरण पूरे हो चुके हैं. इन चुनावों को कराने में सरकारी अधिकारी-कर्मचारियों की महती भूमिका होती है. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक पीली साड़ी वाली महिला के वीडियो और फोटोज वायरल हो रहे हैं. यूजर्स दावा कर रहे हैं कि नलिनी सिंह नाम की इस पीठासीन अधिकारी के बूथ पर 100 फीसदी वोटर्स मतदान करने पहुंचे थे. पड़ताल करने पर पता चला कि यह पूरी तरह सच नहीं है. आगे की स्लाइड्स् में जानिए इस वायरल खबर का पूरा सच….

इलेक्ट्रोनिक वोटिंग मशीन (EVM) के साथ नजर आ रही पीली साड़ी वाली महिला की तस्वीर को देखते ही फेसबुक यूजर्स ने शेयर करना शुरू कर दिया. तस्वीर के साथ कैप्शन में लिखा जा रहा था, ”ये हैं मिसेज जयपुर नलिनी सिंह. आप समाज कल्याण विभाग में है. चुनाव में इनकी ड्यूटी ईएसआई के निकट कुमावत स्कूल में थी. इनके बूथ पर 98% मतदान हुआ. अब समझ गये आप.”

वहीं, एक फेसबुक यूजर ने लिखा कि मिलिए उस पीठासीन अधिकारी से जिसके बूथ में 100 फीसदी मतदान हुआ था.

सोशल मीडिया यूजर्स के दावों से इतर हमारी पड़ताल में पता चला है कि ईवीएम ले जा रही यह महिला अधिकारी जयपुर की नहीं, बल्कि उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की है.

6 मई यानी चौथे चरण के चुनाव के दौरान एक स्थानीय अखबार ने महिला की तस्वीर प्रकाशित की थी, जिसमें यह महिला चुनावी सामग्री वितरण के बाद अपने हाथ में ईव्हीएम ले जाती हुई दिखी.

मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि यह पीली साड़ी वाली महिला का नाम असली नाम रीना द्विवेदी है और वह लखनऊ के पीडब्ल्यूडी डिपार्टमेंट में पदस्थ हैं. उनकी ड्यूटी शहर के नगराम इलाके के बूथ नंबर 173 पर थी.
रीना की मानें तो किसी फोटो जर्नलिस्ट ने अखबार के लिए उनकी तस्वीरें क्लिक की थीं, जो अचानक से वायरल हो गईं. वहीं, जिन सोशल मीडिया पोस्ट्स में कहा जा रहा था कि इनके बूथ पर 100 फीसदी मतदान हुआ था उसे स्वयं महिला पोलिंग अधिकारी ने गलत ठहराते हुए कह कि उनके बूथ पर करीब 70 फीसदी वोट पड़े थे.

वायरल तस्वीर को लेकर कई सोशल मीडिया यूजर्स महिला पोलिंग अधिकारी को लेकर पॉजिटिव कमेंट्स कर रहे हैं तो वहीं कुछ लोग भद्दी टिप्पणियों पर उतर आए हैं.