नई दिल्ली: संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘पद्मावत’ का जहां एक तरफ देशभर में विरोध हो रहा है, वहीं दूसरी तरफ पंजाब की राजपूत महासभा ने फिल्म ‘पद्मावत’ का विरोध वापस ले लिया है. इंडियन एक्सप्रेस की खबर के अनुसार बुधवार (24 जनवरी) को राजपूत समाज से जुड़े लोगों ने पठानकोट में एक स्पेशल स्क्रीनिंग में यह फिल्म देखी. जानकारी के अनुसार दरअसल जिला प्रशासन ने इस स्क्रीनिंग का आयोजिन किया था. शाम को हुई इस स्क्रीनिंग के बाद ही राजपूत महासभा ने अपना विरोध वापस ले लिया है.
इस रिपोर्ट के अनुसार फिल्म देखने के बाद राजपूत महासभा के अध्यक्ष दविन्दर दर्शी ने कहा, ‘आज हमने फिल्म देखी, इसमें राजपूत समाज के खिलाफ कुछ भी आपत्तिजनक नहीं है, अब हम संतुष्ट हैं और फिल्म के रिलीज होने से हमें कोई परेशानी नहीं है.’ दविन्दर दर्शी ने कहा कि राजपूत समुदाय के 30 नेताओं ने प्रशासन के अनुरोध पर फिल्म देखी है और इसमें अब कोई विवाद नहीं रह गया है. पठानकोट के एसएसपी विशाल सोनी ने कहा कि ‘पद्मावत’ जिले के चार थियेटर में दिखाई जाएगी. उन्होंने कहा, ‘किसी ने फिल्म का विरोध नहीं किया है, ना ही हमें किसी हंगामे की आशंका है, यहां तक कि राजपूत समुदाय के नेताओं ने इसे देखने के बाद फिल्म की तारीफ की है.
बता दें कि राजस्थान की श्री राजपूत करणी सेना ने इस फिल्म का शुरुआत से ही विरोध किया है. राजस्थान से शुरू हुए इस विरोध के बाद अब यह विरोध देशभर में फैल गया है. बढ़े विरोध के बाद गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश और हरियाणा ने इस फिल्म पर बैन लगाने तक का फैसला कर लिया था. लेकिन सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद आखिरकार आज यह फिल्म रिलीज हो चुकी है. वहीं मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने कहा है कि राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश और गोवा में इस फिल्म की स्क्रिनिंग नहीं की जाएगी. इस एसोसिएशन से देश की 75 प्रतिशत मल्टीप्लेक्स मालिक जुड़े हैं.