अलीगढ़: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) छात्रसंघ ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर एएमयू के ‘लापता‘ छात्र मन्नान बशीर वानी के बारे में स्थिति स्पष्ट करने की गुजारिश की है. एएमयू छात्रसंघ के अध्यक्ष मशकूर अहमद उस्मानी ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि भूगर्भशास्त्र विभाग में शोध छात्र रहे वानी को गत दो जनवरी को विश्वविद्यालय परिसर में देखा गया था. कुछ दिनों बाद सोशल मीडिया पर उसकी एक सशस्त्र आतंकवादी के रूप में तस्वीरें वायरल हुई थीं. उसके बाद से उसका कुछ पता नहीं है.
उन्होंने पत्र में कहा कि ऐसी आशंका है कि वानी को सुरक्षा एजेंसियों ने पकड़ लिया है. अगर वह वाकई किसी आतंकवादी संगठन से जुड़ा है तो प्रधानमंत्री कार्यालय को इसकी पुष्टि करनी चाहिये, ताकि सारे संदेह दूर हो सके. एएमयू के सभी छात्र सच को सामने लाने के लिये सुरक्षा एजेंसियों से सहयोग के लिये पूरी तरह तैयार हैं.
एएमयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष फैजुल हसन ने कहा कि वानी बहुत प्रतिभाशाली छात्र था और अगर वह लोकतांत्रिक माध्यमों के बजाय आतंक के रास्ते पर चला गया है तो यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. अगर उसने वाकई दहशतगर्दी का रास्ता चुना है तो हमें उससे कोई सहानुभूति नहीं है, लेकिन अगर उसके लापता होने का कोई अन्य कारण है तो यह जरूरी है कि सरकार तथा अन्य सुरक्षा एजेंसियां सभी संदेहों को दूर करें.
उल्लेखनीय है कि अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के अधिकारियों ने बीते 8 जनवरी को जम्मू कश्मीर के एक शोध छात्र को निष्कासित कर दिया था. इस छात्र के बारे में ऐसी खबरें मिली थीं कि वह कथित रूप से आतंकी संगठन हिजबुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया है. अधिकारियों के अनुसार छात्र का नाम मन्नान बशीर वानी (26) है और यह भूगर्भ विज्ञान (जियोलोजी) का शोध छात्र है. छात्र की विभाग में आखिरी हाजिरी दो जनवरी की लगी हुई है. विश्वविद्यालय के अधिकारियों के मुताबिक वानी जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा का रहने वाला है और विश्वविद्यालय में छह जनवरी से होने वाली सर्दी की छुटि्टयों से पहले अपने घर चला गया था.
सोमवार (8 जनवरी) सुबह अलीगढ़ के पुलिस अधीक्षक का इस छात्र के कथित तौर पर संदिग्ध गतिविधियों में शामिल होने संबंधी जानकारी का एक पत्र आज (सोमवार, 8 जनवरी) विश्वविद्यालय के अधिकारियों को मिला, उसके तुरंत बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्र का कमरा सील कर दिया. विश्वविद्यालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि छात्र के परिवार से इस बाबत कोई जानकारी नहीं मिली कि वह यहां से (एएमयू से) जाने के बाद घर नहीं पहुंचा. ऐसी जानकारी मीडिया की खबर व पुलिस अधीक्षक के पत्र के बाद प्रशासन को पता चली. उन्होंने बताया कि मीडिया की खबरों के जरिये जानकारी मिली कि वानी की सोशल मीडिया पर ‘ऐके 47 राइफल’ के साथ फोटो वायरल हुई है.