एसएमटी। दिल्ली (19 मई 2019)
देश के सभी न्यूज चैनल पर एग्जिट पोल छाए हैं। ऐसे में इन एग्जिट पोल का शेयर बाजार पर सीधा असर होता है। अगर कोई भी मजबूत सरकार बनती हुई नज़र नहीं आती है तो सेंसेक्स, निफ्टी में तेज गिरावट की संभावना बनी हुई है। वहीं, एनडीए की वापसी बाजार में जोश भरने का काम कर सकती है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि अंतिम चुनाव नतीजों तक शेयर बाजार का रुख असमंजस वाला रह सकता है। एपिक रिसर्च के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुस्तफा नदीम ने कहा, ‘इस सप्ताह एक ऐसा घटनाक्रम है जो दीर्घावधि के लिए बाजार का रुख तय करेगा। चुनाव नतीजे इस तरह के राजनीतिक घटनाक्रम होते हैं जो वर्षों के लिए रुख तय करते हैं। ऐसे में यह अर्थव्यवस्था और निवेशकों की दृष्टि से काफी महत्वपूर्ण है.0-साल का सबसे महत्वपूर्ण सप्ताहइस सप्ताह बाजार में कुछ अधिक उतार-चढ़ाव रह सकता है, लेकिन एग्जिट पोल से बाजार को निर्णय करने में कुछ आसानी हो सकती है। शेयर बाजार एक्सपर्ट विजय पचीसिया कहते हैं कि ‘यह सप्ताह पूरे साल का सबसे महत्वपूर्ण है। लोगों की निगाह ‘स्टॉक कोट’ नहीं ‘वोट कोट’ पर रहेगी।इन बड़ी कंपनियों के नतीजे-सप्ताह के दौरान कुछ बड़ी कंपनियों मसलन टाटा मोटर्स, केनरा बैंक और सिप्ला के नतीजे आने हैं। ऐसे में तिमाही नतीजे भी बाजार की दिशा तय करेंगे। इसके अलावा कच्चे तेल के दाम, अमेरिका-चीन व्यापार विवाद, रुपये का उतार-चढ़ाव और विदेशी कोषों का रुख भी बाजार के लिए महत्वपूर्ण होगा।एक्सपर्ट्स बताते हैं कि शेयर बाजार में निवेश करने वालों पर इस एग्जिट पोल का सीधा असर होगा। वहीं, म्युचूअल फंड में लगे पैस के रिटर्न पर भी इसका असर दिखाई देगा। ऐसे में निवेशकों को फिलहाल वेट एंड वॉच की स्ट्रैटेजी पर काम करना चाहिए।