संयुक्त मोर्चा टीम।अलीगढ़। सावन कृपाल रूहानी मिशन की शाखा ” कृपाल आश्रम ‘ महेंद्र नगर अलीगढ़ में ध्यान शिविर कैंप और आध्यात्मिक सत्संग का आयोजन हुआ। जिसमें परम संत राजिंदर सिंह जी महाराज ने ध्यान पर बैठने का तरीका बताते हुए अध्यात्म विद्या क्या है? पर आध्यात्मिक सत्संग ऑडियो- वीडियो के माध्यम से किया। उन्होंने कहा कि इंसान ने संसार के विभिन्न क्षेत्रों में अद्भुत प्रगति की है परंतु दुर्भाग्यवश अपने ही अंदर बस रही आत्मा को जानने में वह पीछे रह गया है ।अनादि काल से ही समय-समय पर अनेक पूर्ण संत महात्मा इस दुनिया में आते रहे हैं ।जिनका उद्देश्य मनुष्य को उसके बाहरी स्वरूप के बारे में नहीं बल्कि उसके आत्मिक रूप के बारे में जागृत करना रहा है ।उनकी वह शिक्षा जो हमें आत्मा और परमात्मा का संबंध समझाए अध्यात्म विद्या कहलाती है ।
हमारे पास संसार की अपार सुख- संपत्ति हो, हमारा जीवन वैभवशाली हो परंतु यदि हम अपनी आत्मा के विषय में कुछ नहीं जानते तो सब कुछ व्यर्थ है। समस्त संसार में फैले इस भ्रम से हमें सिर्फ वक्त का कोई पूर्ण गुरु ही निकाल सकता है ।जिसके लिए हमें उनके चरण – कमलों में जानना होगा । क्योंकि वहां जाकर ही सही मायनों में झूठ का पर्दा हमारी आंखों से दूर होता है और सच्चाई हमारे सामने आती है। जबकि पिता- परमेश्वर कहीं बाहर नहीं बल्कि हमारे भीतर है रूहानियत कि इस बार विद्या को सूरत-शब्द योग भी कहा जाता है। इसलिए हमें चाहिए कि हम वक्त के किसी ऐसे पूर्ण गुरु के चरण-कमलों में पहुंचे जो कि हमें अध्यात्म की इस विद्या का निज- अनुभव प्रदान करें प्रदान कर सके ताकि हमारा मनुष्य जीवन का जो उद्देश्य है, अपने आत्मिक रूप को जानना और प्रभु को पाना, वो इसी जीवन में पूरा हो ।मिशन के अध्यक्ष ने भी कहा कि पिता परमेश्वर को पाने के लिए प्रत्येक दिन ढाई घंटे भजन जरूर करना चाहिए ।
आश्रम पर बाल सत्संग के अलावा सोशल मीडिया डेस्क कृपाल प्याऊ और निशुल्क होम्योपैथिक चिकित्सा केंद्र भी लगाया गया।