एसएमटी। हाथरस। हाथरस गैंगरेप पीड़िता के परिजनों ने यूपी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। शनिवार को मीडिया से बातचीत में पीड़ित परिजनों ने कहा कि उन्हें यूपी पुलिस पर कोई भरोसा नहीं है। एसआईटी की जांच सिर्फ दिखावा है। दो दिन पहले पीड़िता के घर पहुंचे डीएम हाथरस प्रवीन लक्षकार के बारे में परिजनों ने कहा कि जो वीडियो वायरल हुई है। वह हकीकत है। डीएम बोले थे कि अगर बेटी कोरोना से मरती तो 25 लाख का मुआवजा नहीं मिलता। जब हमने पूछा की बेटी का शव क्यों नहीं दिखाय तो डीएम ने जवाब दिया कि तुमने कभी पोस्टमार्टम हुई बॉडी देखी है। खाना भी नहीं खा पाते कई दिन तक। पीड़िता की बहन-भाई ने आरोप लगाते हुए कहा कि पुलिस वालों ने घर से नहीं निकलने दिया। पीड़िता के परिवार ने कहा कि पुलिस ने किसके कहने पर हमारी बेटी को जलाया है। पुलिस को ये बताना चाहिए कि उन्होंने किसको जलाया है।
-हाथरस कांड पर जारी है ट्वीटवार
हाथरस कांड को लेकर ट्वीट वार जारी है। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि कुछ मोहरों को सस्पेंड करने से क्या होगा? हाथरस की पीड़िता, उसके परिवार को भीषण कष्ट किसके ऑर्डर पर दिया गया? हाथरस के डीएम, एसपी के फोन रिकार्ड्स पब्लिक किए जाएँ। मुख्यमंत्री जी, अपनी जिम्मेदारी से हटने की कोशिश न करें। देश देख रहा है। @myogiadityanath इस्तीफा दो।
हाथरस डीएम बोले, कोरोना से बेटी मरती तो क्या 25 लाख मिलते
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