संयुक्त मोर्चा टीम। अलीगढ़
हजारों करोड़ के सालाना टर्नओवर वाले फ्रि जेरियो कन्जर्व एलाना ग्रुप पर गुरुवार को पूरे देश में एक साथ आयकर का छापा पड़ा। इस नामीगिरामी ग्रुप की मुंबई, औरंगाबाद, जहीराबाद-हैदराबाद, अलीगढ़, साहिबाबाद, उन्नाव और कानपुर में सात बड़ी बफैलो मीट एक्सपोर्ट यूनिट संचालित हैं। इसके अलावा ग्रुप चॉकलेट, बिस्किट, रिफाइंड, शैंपू, साबुन, फ्रूट जूस, फल, फ्रूट, कॉफी, आनाज, आयॅल का बड़ा कारोबार है। कंपनी का एक बहुत बड़ा वेयर हाउस हावड़ा में भी है।
स्थानीय आयकर अधिकारियों ने बताया कि मुंबई आयकर विभाग की टीम ने पूरे देश में एक साथ छापा मारा है। पूरी कार्रवाई उनके ही स्तर से हो रही है। इधर, मुंबई की टीम आने के बाद से ही मथुरा बाईपास रोड स्थित बफैलो मीट एक्सपोर्ट यूनिट में सनसनी मच गई। यहां कार्यरत कर्मियों में अफरातफरी हो गई। मुंबई से भेजी गई आयकर टीम के अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस से भी मदद मांगी। उनको पुलिस बल मुहैया कराया।
सुबह 11 बजे से शुरू हुई कार्रवाई देर शाम तक चलती रही। आयकर विभाग के उच्च पदस्थ सूत्रों की मानें माल मंगाने, बनाने और बेचने के सभी कागजात एकत्र किए जा रहे हैं। इसके अनुसार आयकर अदा किया गया या नहीं..? इसकी जांच होने के बाद सख्त से सख्त कार्रवाई अमल में लायी जाएगी। एलाना ग्रुप के स्थानीय अधिकारियों का फोन बंद हैं, जिससे उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा है। गौर हो कि फ्रि जेरियो कन्जर्वा एलाना ग्रुप अंग्रेजों के जमाने से (सन् 1865 से) गुजरात और मुंबई में काम कर रहा है। ये ग्रुप भारत के तीन सबसे बड़े कॉफी निर्यातकों में से एक है। इसके अलावा बफैलो मीट और फिश का भी एक्सपोर्ट है। कंपनी के मालिक इरफान एलाना हैं, जो मूल रूप से गुजरात के मेमन समुदाय से हैं। अलीगढ़ में वर्ष 2007 से अपनी मीट एक्सपोर्ट यूनिट की स्थापना की है।
एलाना के आने के बाद बढ़ा मीट एक्सपोर्ट
एलाना ग्रुप के अलीगढ़ में स्थापित होने के बाद ही यहां मथुरा बाईपास रोड के इर्दगिर्द बहुत तेजी से मीट एक्सपोर्ट यूनिटें स्थापित हुईं हैं। इन यूनिटों को एलाना ग्रुप का दोस्ताना साथ मिला।
दरअसल, ये ग्रुप देश में कई शहरों में मीट एक्सपोर्ट और दूसरे कई कारोबार में पूरी पूरी फैक्ट्री लीज पर लेकर चलाता था। जिससे बहुत बड़ी मात्रा में उत्पादन होता और उसको वैश्विक प्रतिस्पर्धा में पूरी दुनिया में बेचा जाता था। कुछ महीने पहले तक ग्रुप के पास अलग अलग कारोबार की पूरे देश में तीन दर्जन से अधिक ऐसी बड़ी फैक्ट्रियां लीज पर थीं, जिनमें से अब कुछ ही हैं। बाकी का ग्रुप ने सरेंडर कर दिया है। इधर, गुजरे कुछ महीने से स्थानीय फैक्ट्री में भी मीट का एक्सपोर्ट कम हुआ है। इस ग्रुप से जुड़े कुछ खास लोगों की मानें तो स्टाफ बदलने के कारण कारोबार की साख में असर पड़ा है।
सन् 1865 से संचालित ग्रुप का कारोबार देश के साथ विदेश में भी है। जिसमें अमेरिका, चीन, मलेशिया, दुबई और मिश्र शामिल हैं। इस ग्रुप का इन देशों में एक्सपोर्ट के साथ ही अपना खुद का कारोबार भी संचालित है।
ग्रुप का मुख्यालय मुंबई में होने के कारण आयकर विभाग की टीम ने मुंबई से ही छापेमारी की शुरुआत की है। इसके साथ ही पूरे देश में इसके ठिकानों पर छापा मारा गया है।