नयी दिल्ली, 12 नवंबर (भाषा) शेयर ब्रोकरों के एक समूह एसोसिएशन ऑफ नेशलन एक्सचेंजेज मेंबर्स ऑफ इंडिया (एएनएमआई) ने उपभोक्ताओं से फोन पर होने वाली बातचीत का रिकॉर्ड रखने के सेबी के निर्देश को अव्यावहारिक बताया है।
समूह ने बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) को भेजे पत्र में कहा है कि पहचान करने तथा रिकॉर्ड निकाले जाने के संदर्भ में यह अव्यावहारिक है। उसने कहा कि उपभोक्ताओं के साथ होने वाली बातचीत का रिकॉर्ड रखना मुश्किल होगा क्योंकि इसके लिए मोबाइल फोन, व्हाटसऐप मैसेंजर समेत विविध माध्यमों का इस्तेमाल किया जाता है।
उसने कहा, आवाज की पहचान एवं जरूरत के समय रिकॉर्ड निकाले जाने के संदर्भ में हर डीलरों के पास टेलीफोन रिकॉर्डिंग काफी मुश्किल होगा।
उसने आगे कहा कि शेयरों के दाम तेजी से बदलते हैं और कई उपभोक्ता डीलरों से सीधा बात करके कारोबार करते हैं। इन उपभोक्ताओं को हर बार लिखित में ऑर्डर देने को कहना काफी जटिल होगा और यह निवेशकों के भी हित में नहीं होगा। इसके अलावा कई ऑर्डरों को उपभोक्ताओं के निर्देश पर रद्द या संशोधित किया जाता है। ऐसे में मूल ऑर्डर को संशोधन या रद्दीकरण के निर्देश के साथ मिलान कर पाना बेहद मुश्किल होगा।
उल्लेखनीय है कि अनाधिकत कारोबारी गतिविधियों को रोकने के लिए सेबी ने सितंबर में सभी ब्रोकरों को उपभोक्ताओं के साथ होने वाली बातचीत का रिकॉर्ड रखने का निर्देश दिया था। उसने कहा था कि रिकॉर्ड रखे जाने के बाद ही कारोबारी गतिविधियां की जा सकेंगी।