मथुरा / संयुक्त मोर्चा टीम
मथुरा जिले में पिछले कई साल से राया रोड पर झोपड़ी डालकर रह रहे तीन बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया गया है। इनके दो साथी फरार हो गए। इनके कब्जे से फर्जी नाम-पते वाला आधार कार्ड और मोबाइल का सिम भी मिला है। ये सभी लोग जिसके प्लॉट में झोपड़ी बनाकर रह रहे थे, पुलिस उसकी भी तलाश कर रही है।
खुफिया एजेंसियों को सूचना मिल रही थी कि कुछ बांग्लादेशी राया रोड पर झोपड़ी डालकर रह रहे हैं। एलआईयू की टीम ने सोमवार को पुलिस के सहयोग से मौके से रिहान शेख उर्फ ओपो पुत्र जलाल शेख, नजमुल पुत्र अनार शेख और राशिल पुत्र असताफ को गिरफ्तार कर लिया।
जिन झोपड़ियों में यह लोग रह रहे थे उनमें तलाशी ली गई तो वहां फिलहाल कोई संदिग्ध दस्तावेज हाथ नहीं लगा, लेकिन मौके पर उनके फर्जी नाम-पता वाला आधार कार्ड मिला है। अफसरों ने बताया कि इन लोगों का आधार कार्ड कैसे बन गया इसकी भी जांच कराई जा रही है। यह आधार कार्ड जाली माने जाएंगे।
प्लॉट में झोपड़ी डालकर रह रहे थे
पुलिस का कहना है कि यह सभी गौरीशंकर के प्लॉट में झोपड़ी डालकर रह रहे थे। शकील पुत्र हमीद निवासी डीग गेट इन बांग्लादेशियों से कबाड़ खरीदता था। वो दोनों फरार हैं। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।
थाना यमुनापार के प्रभारी निरीक्षक प्रदीप कुमार ने बताया कि अवैध रूप से रह रहे तीन बांग्लादेशियों का पकड़ा गया है जबकि उन्हें रहने के लिए जगह देने वाला व्यक्ति व उनसे कबाड़ खरीदने वाला फरार है। राया रोड पर बांग्लादेशियों की गिरफ्तारी के बाद मथुरा में कई जगह खुफिया एजेंसियों ने दबिश दी, लेकिन कोई हाथ नहीं लगा है।