अलीगढ़ / संयुक्त मोर्चा टीम
कोतवाली क्षेत्र के गांव बसईं में एक महिला की बहू को देखने की ख्वाहिश अधूरी रह गई। दुल्हन जब विदा होकर पहली बार घर पहुंची तो उसे घर में सास की लाश मिली। इससे परिवार में शादी की खुशियां पल भर में काफूर हो गईं। महिला का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। शादी के बाद की रस्में महज औपचारिकता के साथ पूरी हुईं।
कोतवाली के गांव बसईं निवासी नौबत सिंह के बेटे रविंद्र सिंह की शादी जिला बुलंदशहर के थाना डिबाई के गांव तलवार के माजरा कोल मढैया निवासी पूनम पुत्री पौप सिंह के साथ तय हुई थी। शनिवार शाम रविंद्र सिंह की बारात कोल मढैया के लिए रवाना हुई।
रविंद्र सिंह की मां मौहरश्री देवी ने कूआं पूजन आदि रस्में हंसी खुशी पूरी कराकर बारात को विदा किया था। देर रात करीब दस बजे कोल मढैया में बारात चढ़त के बाद दरवाजे आदि की रस्में पूरी हो गईं और बारात दावत खा रही थी। इधर बसईं में महिलाओं द्वारा खोईया आदि की रस्में निभाई जा रही थीं। तभी मोहरश्री देवी की अचानक गिर कर बेहोश हो गईं। परिवार की महिलाओं ने तत्काल डॉक्टर को बुलाया। डॉक्टर ने महिला को मृत घोषित कर दिया।
इस बात की सूचना तैसे ही कोल मढैया पहुंची वहां भी खुशियां मातम में बदल गईं। इसके बाद भांवर आदि की रस्में औपचारिकता के बीच पूरी कराई गईं। तड़के करीब चार बजे दुल्हन को विदा कराकर बसईं लाया गया। यहां पहुंची दुल्हन भी सास का शव देखकर बेसुध होकर गिर पड़ी। परिजनों ने बताया महिला की मौत हार्टअटैक से होना प्रतीत हो रही है। महिला का अंतिम संस्कार कर दिया गया। इसके बाद दुल्हन को घर लाने और खेत पूजन की रस्मों की औपचारिकता पूरी कराई गई। मौहरश्री देवी की मौत से परिजनों का रो रोकर बुरा हाल था। शादी वाले पिरवार मंे मातम छाया था। लोग सांत्वना दे रहे थे।