अलीगढ़ / संयुक्त मोर्चा टीम
एएमयू के छात्र संघ चुनाव में विश्वद्यालय की तर्ज पर अब्दुल्लाह विमेंस कॉलेज में भी चुनाव से दो दिन पूर्व फाइनल स्पीच हुई। जिसमें अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सचिव पद की प्रत्याशियों ने छात्राओं को संबोधित कर अपनी भड़ास निकाली। उन्होंने इंतजामियां के अधिकारियों पर सौतेले व्यवहार जैसे कई आरोप लगाए। कहा कि उन्हें न तो यूनिवर्सिटी की गतिविधियों के बारे में बताया जाता है, ना ही तो किसी कार्यक्रम की जानकारी दी जाती है। बस किसी कार्यक्रम में जब भीड़ बढानी होती है तो फिर छात्राओं को कैंपस में बुलाकर बैठा लिया जाता है। स्पीच का विषय ‘सोशल साइट्स का राजनीति पर असर और महत्व’ रहा।
यह बोली अध्यक्ष पद की उम्मीदवार
डाइनिंग और कॉमन रूप में रहने को मजबूर छात्राएं: सिमरा
बीएससी थर्ड ईयर की सिमरा कयाम ने कहा कि छात्राओं को पढने के लिए कालेज में एडमिशन तो दे दिया जाता है, लेकिन उन्हें रहने के लिए हॉस्टल में कमरा नहीं दिया जाता है। हालत यह है कि छात्राओं को डाइनिंग रूम और कॉमन रूप में बिस्तर लगाकर सोना पड़ता है। छात्राओं के हॉस्टल को दुरुस्त किया जाना चाहिए। इसके साथ कैंपस में आवारा कुत्तों का आतंक रहता है, जो आए दिन छात्राओं को काटते हैं। फ्रेशर पार्टी, कैंपस में महंगा सामान दिया जाता है, लाइब्रेरी में पर्याप्त किताबें नहीं हैं और न पीने के पानी की व्यवस्था है। इन सारी अव्यवस्थाओं से छात्राओं को मुक्ति दिलाई जाएगी।
छात्राओं के बीमार होने का भी समय तय: शिब्रा
-बीएससी थर्ड ईयर की छात्रा शिब्रा इसरत ने कहा कि कालेज में छात्राओं के बीमार होने का भी समय तय है। कहा कि अध्यक्ष बनने के बाद वह इसमें सुधार कराएंगी। इसके साथ कालेज के स्विमिंग पूल का निर्माण, लाइब्रेरी में पानी और किताबें, छात्राओं के लिए प्रतियोगी परीक्षाओं की जानकारी और इसकी तैयारी के लिए क्लासों की व्यवस्था कराई जाएगी।
मेल कैंपस के लिए बजट है, लेकिन हमारे लिए नहीं : आफरीन
-बीए थर्ड ईयर की छात्रा आफरीन फातिमा ने कहा कि मेल कैंपस में अगर कोई विकास कराना होता है तो यूनिवर्सिटी अपने फंड से इसका विकास करती है। लेकिन विमेंस कॉलेज के विकास के लिए कभी उनके पास बजट नहीं होता है। इंतजामिया विमेंस कालेज के साथ सौतेला व्यवहार रखती है। कॉलेज के अंदर न तो साफ सफाई है और न ही पीने के पानी की व्यवस्था। विकास करने के लिए कॉलेज का यूनियन फंड ही इस्तेमाल में लिया जाता है। यह बोली उपाध्यक्ष की उम्मीदवारकालेज में छात्राओं के लिए लंबे समय से हॉस्टल की समस्या बनी हुई है। जीतने के बाद सबसे पहले छात्राओं की इस समस्या को दूर करुंगी।
उन्हें किसी तरह की परेशानी नहीं होने दिया जाएगा। – रुकसान (बीए, थर्ड ईयर) एएमयू कैंपस से दूरी होने के कारण हमारी बात वहां तक नहीं पहुंच पाती। छात्राओं की परेशानी को कैंपस तक पहुंचाया जाएगा और लाइब्रेरी की समस्याओं को दूर कराया जाएगा। – नाहिद असद (बीए, थर्ड ईयर)सचिव उम्मीदवारों की घोषणा लीडरशिप को मजबूती प्रदान की जाएगी और छात्राओं की हर समस्या को प्रमुखता से उठाकर उन्हें पूरा किया जाएगा। सुविधाओं के लिए किसी छात्रा को परेशान नहीं होना पड़ेगा। – सुमायरा आरिफ अंसारी (बीकॉम थर्ड ईयर)छात्राओं के रहने के लिए हॉस्टल की समस्या लंबे समय से बनी हुई है। इसे प्रमुखता से उठाया जाएगा और हॉस्टल और पीने के पानी की व्यवस्था कराई जाएगी। जिससे कि छात्राओं को परेशानी न हो।- मेमोना अंसारी (बीएससी सेकंड ईयर)छात्राओं के विकास के लिए कॉलेज में सेमिनार कराए जाएंगे। जिससे उन्हें विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में फायदा हो सके। इसके साथ हॉस्टल में इनवर्टर व बिजली की व्यवस्था को दुरुस्त कराया जाएगा। – जवेरिया बानो (बीए थर्ड ईयर)