आगरा / संयुक्त मोर्चा टीम
यमुना नदी पर निर्माणाधीन तीसरे पुल पर रखे जा रहे गार्डर मंगलवार दोपहर अचानक भरभरा कर गिर पड़े। इन्हें पिलरों पर रखा जा रहा था। तीन गार्डर एक-दूसरे पर तेज आवाज के साथ गिरे मगर गनीमत थी कि वे नीचे नहीं गिरे। बड़ा हादसा बाल-बाल बच गया। पुराने जवाहर पुल को भी नुकसान हो सकता था। घटना के वक्त मौके पर मौजूद लोगों में भगदड़ मच गई। तत्काल जवाहर पुल बंद कर दिया गया। भारी वाहनों को शाहदरा से यमुना एक्सप्रेस-वे पर डायवर्ट कर दिया गया। ट्रैफिक डायवर्जन के चलते हाइवे और शहर के कई चौराहे जाम में फंस गए।
यूं हुआ हादसा
रामबाग चौराहा-वाटर वर्क्स के बीच यमुना नदी पर निर्माणाधीन पुल पर काम चल रहा है। इसी दौरान निर्माणाधीन पुल के ठीक बीचोंबीच के दो पिलरों पर गार्डरों को रखा जा रहा था। दो पिलरों के बीच कुल छह गार्डर रखे गए थे। गार्डर बियरिंग के ऊपर सैट किए गए थे। बियरिंग भार को संभालते और गार्डर का संतुलन बनाए रखते हैं। इन्हीं में से एक गार्डर बियरिंग से फिसल गया। वह बगल में रखे गए दूसरे गार्डर पर गिर पड़ा। इससे दूसरा गार्डर भी तीसरे पर जाकर गिरा। सबसे आखिरी गार्डर जवाहर पुल की ओर गिरा। करीब होने के कारण आखिरी गार्डर पुल से टकराकर स्थिर हो गया। इससे शेष दोनों गार्डर भी तीसरे के कारण ही रुक गए। अन्यथा सभी गार्डर पुल से नीचे गिर सकते थे। ऐसे में बड़े हादसे की आशंका से इन्कार नहीं किया जा सकता था।
तेज आवाज से भगदड़, ट्रैफिक रोका
घटनाक्रम से तेज धमाके जैसी आवाज से वहां मौजूद 150 से ज्यादा कर्मचारियों और आम लोगों में भगदड़ मच गई। घटना के तत्काल बाद पुराने जवाहर पुल पर ब्लाक लिया गया है। गार्डर हटाने के दौरान पुराने पुल को भी खतरा हो सकता है। शहर में आने वाला ट्रैफिक शाहदरा पर ही रोक दिया गया है। इसे यमुना एक्सप्रेस-वे पर डायवर्ट किया गया है। फाउंड्रीनगर और रामबाग से आने वाले ट्रैफिक को भी डायवर्ट किया गया है।
यहां हुआ हादसा
यमुना पर रामबाग और वाटर वर्क्स को जोड़ने वाले दो पुल हैं। एक पुराना जवाहर पुल है। इस पर फिरोजाबाद की ओर से ट्रैफिक आता है। दूसरे नए पुल पर शहर का ट्रैफिक फिरोजाबाद की ओर जाता है। इन्हीं दोनों पुलों के बीच में तीसरा पुल बनाया जा रहा है। पुल के पिलर बन चुके हैं। इन पर छत बनाई जा रही है। गार्डरों के ऊपर ही छत बनाई जाती है। पुल के नीचे यमुना का खाली तट है। यहां लोग आते-जाते हैं। पुल निर्माण में लगे मजदूर भी यहीं पर रहते हैं। पुल के नीचे अस्थायी घर भी बनाए गए हैं।
शहर की गैस आपूर्ति बंद
जवाहरपुल से गेल की गैस आपूर्ति पाइप लाइन आ रही है। इसको सुरक्षा की दृष्टि से तत्काल बंद कर दिया गया। ग्रीन गैस लिमिटेड के पास सीमित स्टॉक रहने से फिलहाल घरेलू ग्राहकों को ही सप्लाई दी गई, वाहनों की गैस आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई। ऑटो, मिनी बस, टेम्पो, स्कूल बस, सिटी बस सहित अन्य वाहनों के ईंधन टैंक खाली हो चुके थे। सुबह स्कूली बच्चों को समस्या हो सकती है। इधर, लगभग एक दर्जन इकाइयों को आपूर्ति न मिलने से उत्पादन प्रक्रिया प्रभावित होने के आसार हैं। बताया गया कि 15 हजार पीएनजी कनेक्शन को बुधवार सुबह आपूर्ति देने की कोशिश में कंपनी जुटी है।