विशेष संवाददाता। अलीगढ़। होली खेल रहे बांके बिहारी, आज रंग बरस रहा…ब्रज में यूं तो बसंत पंचमी के साथ ही होली का आगाज हो जाता है लेकिन रंगभरनी एकादशी पर होने वाली होली का अपना अलग ही महत्व है। मथुरा, वृंदावन से लेकर तालानगरी अलीगढ़ तक हर कोई रंगों में सराबोर हो रहा है। रंगभरनी एकादशी पर पूरा अलीगढ़ अबीर-गुलाल से सराबोर हो उठा। हुरियारों ने जमकर होली खेली। श्री वाष्र्णेय मंदिर में लठामार होली में हुरियारों पर खूब लट्ठ बरसे। एक तरफ गोपिकाओं के परिधान पहने महिलाएं थीं तो दूसरी तरफ ग्वाल-बाल के वेश में पुरुष थे। हुरियारों के रंग फेंकते ही ब्रज की महिलाएं लट्ठ लेकर दौड़ पड़ी और जमकर धोया। हंसी-ठिठोली और रंग के आनंद से हर कोई आनंदित हो उठे। राधा-कृष्ण का मनमोहक नृत्य देख सभी मुग्ध हो गए। जनदर्पण सामाजिक संस्था की ओर से रंगभरनी एकादशी का उत्सव आयोजित किया गया। सबसे पहले ठाकुरजी का पूजन किया गया। कार्यक्रम प्रभारी अनिल, डा. प्रमोद व अमित सर्राफ ने दीप प्रज्जवलित किया। बांके बिहारी की मनमोहक झांकी प्रस्तुत की गई। लहंगा-चुन्नी पहने गोपिकाएं हाथों में लट्ठ लिए हुए थीं, हुरियारों ने ज्यों ही उनपर रंग डाला गोपकाएं दौड़ पड़ी। जमकर लट्ठ बरसाया। फिर तो हुरियारों का बचना मुश्किल हो गया। पूर्व मेयर शकुंतला भारती व कृष्णा गुप्ता भी गोपिकाओं के वेश में थीं। कन्हैया के रूप में प्रीति वाष्र्णेय ने खूब हंसी-ठिठोली की। प्रेमलता गौड़, अंजलि वाष्र्णेय, एलडी वाष्र्णेय, राजेंद्र कोल, ओम प्रकाश, गोपाल अचार वाले, अनिल बजाज, महेश आदि शामिल हुए। सारसौल साईं मंदिर में साईं भक्तों ने जमकर फूलों की होली खेली। इस दौरान धर्मप्रकाश अग्रवाल, रवि प्रकाश अग्रवाल, संदीप नक्षत्र आदि मौजूद थे। जयगंज से एतिहासिक 105 वर्ष पुरानी शोभायात्रा निकाली गई। इस दौरान शहर विधायक संजीव राजा, सपा जिलाध्यक्ष गिरीश यादव, मनोज यादव, हरपाल यादव, डा. रजत सक्सैना, राज सक्सैना, अंकित वार्ष्णेय आदि मौजूद थे।
ओ रे रसिया, होली में मेरे लग जाएगी…
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