राष्ट्रीय / संयुक्त मोर्चा टीम
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) और बहुजन समाज पार्टी (Bahujan Samaj Party) के महागठबंधन (Grand Alliance) का आज आधिकारिक ऐलान हो जाएगा. सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और बसपा सुप्रीमो मायावती (Mayawati) थोड़ी देर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. इस दौरान सीटों के बंटवारे को ऐलान भी संभव है. इस महागठबंधन का हिस्सा राष्ट्रीय लोकदल, निषाद पार्टी, पीस पार्टी समेत कई छोटे दल हो सकते हैं. प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले पूरा लखनऊ पोस्टर से पट गया है.
मोदी-शाह की नींद उड़ाने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस: मायावतीबसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा यह नरेंद्र मोदी और अमित शाह की नींद उड़ाने वाली प्रेस कॉन्फ्रेंस है. जनहित में सपा और बसपा का गठबंधन हुआ. बीजेपी के तानाशाही रवैये से जनता परेशान है. लखनऊ गेस्ट हाउस कांड से भी ऊपर उठकर यह गठबंधन हो रहा है
मायावती और अखिलेश ताज होटल पहुंचेमायावती और अखिलेश ताज होटल पहुंच गए हैं. अखिलेश ने मायावती की अगवानी की. साथ में बसपा के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा भी मौजूद हैं.
पहुंच गए अखिलेश, थोड़ी देर में साझा प्रेस कॉन्फ्रेंसप्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव होटल ताज पहुंच गए हैं. थोड़ी देर में बसपा सुप्रीमो मायावती भी पहुंच रही हैं. अखिलेश, मायावती की अगवानी करेंगे.
मायावती की अगवानी के लिए निकले अखिलेशबसपा सुप्रीमो मायावती और सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव प्रेस कॉन्फ्रेंस के लिए घर से निकल गए हैं. दोनों थोड़ी देर में होटल ताज पहुंच रहे हैं. यहां अखिलेश, मायावती की अगवानी करेंगे. इसके बाद दोनों पत्रकारों से बात करेंगे.
सज गया मंच, अब बस मायावती और अखिलेश का इंतजारलखनऊ के होटल ताज में प्रेस कॉन्फ्रेंस का मंच सच गया है. मंच पर दो कुर्सियां रखी गई हैं. मंच के पीछे लगे पोस्टर में एक तरफ राम मनोहर लोहिया और अखिलेश की तस्वीर के साथ जय समाजवाद लिखा है तो दूसरी तरफ कांशीराम और मायावती की तस्वीर के साथ जय भीम लिखा है. पूरा कॉन्फ्रेंस हाल पत्रकारों से भर गया है. अब बस मायावती और अखिलेश का इंतजार हो रहा है.
बसपा 38, सपा 37 सीटों पर लड़ेगी चुनावसूत्रों के मुताबिक, बसपा 38, सपा 37, आरएलडी 3 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. सपा अपने कोटे से निषाद पार्टी और पीस पार्टी को एक-एक सीट देगी. निषाद पार्टी गोरखपुर की सीट से चुनाव लड़ेगी और पीस पार्टी को खलीलाबाद लोकसभा सीट दिया जाएगा. इसके अलावा महागठबंधन की ओर से दो सीटों रायबरेली और अमेठी पर प्रत्याशी नहीं उतारा जाएगा. अगर ओम प्रकाश राजभर एनडीए छोड़कर आते हैं तो सपा उन्हें भी अपने कोटे से दो सीट देगी.
1993 के नतीजे दोहराने की चुनौती2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी को मात देने लिए 23 साल पुरानी दुश्मनी भुलाकर सपा-बसपा एक बार फिर गठबंधन का आधिकारिक ऐलान करने जा रहे है. 1993 में मुलायम-कांशीराम की जोड़ी ने बीजेपी को पटखनी दी थी. अब 2019 में बीजेपी को हराने के लिए अखिलेश-मायावती की जोड़ी तैयार है. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि 2019 में 1993 जैसे हालात नहीं है. यही वजह है कि माया-अखिलेश वाले इस गठबंधन के लिए 25 साल पहले जैसे नतीजे दोहराना बड़ी चुनौती माना जा रहा है.