अलीगढ़ / संयुक्त मोर्चा टीम
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग लखनऊ की सम्मिलित ग्राम पंचायत अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी और समाज कल्याण पर्यवेक्षक प्रतियोगितात्मक परीक्षा 2018 के तहत शनिवार को अनियमितता के चलते शहर के एक केंद्र पर सैकड़ों विद्यार्थी परीक्षा से वंचित हो गए।
महेशपुर में बने सेंटर कोड 162 ब्लैक डेल पब्लिक इंटर कॉलेज पर जब परीक्षार्थियों को केंद्र के अंदर घुसने नहीं दिया गया तो अभ्यर्थियों ने हंगामा काटा। इस दौरान पुलिस फोर्स ने जैसे तैसे मामले को काबू किया। सूचना पर सिटी मजिस्ट्रेट मौके पर पहुंच गए।
अभ्यर्थियों का कहना था कि एडमिट कार्ड पर लिखा सेंटर का नाम गलत है। इंटर कॉलेज की जगह ब्लैक डेल पब्लिक स्कूल के हर जगह साइन बोर्ड लगे हैं। वहीं गूगल पर सेंटर देखने से ब्लैक डेल नाम से तीन स्कूलों के नाम आए थे। इनमें एक भी ब्लैक डेल पब्लिक इंटर कॉलेज नहीं था।
मैनपुरी से परीक्षा देने आई सपना ने बताया कि 9 बजे मैं गेट पर ही रिवीजन कर रही थी। इस दौरान सभी अभ्यर्थी बाहर थे। एकाएक गेट बंद कर दिया गया और हमें घुसने नहीं दिया गया। यह सरासर गलत है।
मंगलसूत्र उतारा, फिर भी नहीं घुसने दिया
खैर बाईपास से आईं चंचल कुमारी व बुलंदशहर से परीक्षा देने आईं नीरज रानी ने बताया कि हम समय से पहुंच गए थे। इस दौरान उन्हें मंगलसूत्र, कान के कुंडल उतारने के लिए कहा गया। वह बाहर ज्वैलरी उतारने आईं और बैग परिजनों को दे दिया। जैसे ही अंदर जाने लगीं तो गेट बंद कर दिया गया।
सिटी मजिस्ट्रेट ने भी मानी गलती
सिटी मजिस्ट्रेट को छात्रों ने जैसे ही अपने प्रवेश पत्र दिखाए और स्कूल की दीवार पर चस्पां स्कूल का नाम दिखाया तो दोनों में बहुत अंतर था। सिटी मजिस्ट्रेट नलिनी कांत ने भी माना कि प्रवेश पत्र पर ब्लैकडेल इंटर कॉलेज लिखा हुआ है जबकि स्कूल का नाम ब्लैक डेल पब्लिक स्कूल लिखा हुआ है।