अलीगढ़ / संयुक्त मोर्चा टीम
महानगर के चर्चित एसवी कालेज में बुधवार को एक मुसलिम छात्र ने हिंदू छात्रा को दिनदहाड़े हाथ पकड़कर खींच लिया। उसके साथ बदतमीजी की। दहशत में आई छात्रा ने चीखना चिल्लाना शुरू किया तो आसपास के छात्र छात्राओं ने उस आरोपी छात्र को पकड़कर पीट दिया। जबरदस्त हंगामे के बीच कुछ देर में गांधीपार्क थाने की पुलिस भी कालेज पहुंच गई। गुस्साए छात्रों ने आरोपी छात्र को मारपीट कर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस ने आरोपी छात्र को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ छेड़खानी, जान से मारने की धमकी देने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है।
पीड़ित छात्रा ने गांधीपार्क थाने में दी गई तहरीर में लिखा है कि उसकी कक्षा में पढ़ने वाला दोदपुर का जमीर खां नाम का छात्र उसे कई महीनों से परेशान कर रहा है। रास्ते में आते जाते वक्त उससे छेड़खानी करता है। बीती 27, 28 सितंबर को भी उस छात्र ने बदतमीजी की थी। छात्रा ने कहा कि उसने कालेज प्रशासन को इस मामले की लिखित शिकायत की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। अगर समय से कार्रवाई होती तो बुधवार को शर्मसार करने वाली घटना नहीं होती।
छात्रा ने आगे लिखा है कि 18 दिसंबर मंगलवार को उक्त छात्र ने उसको रास्ते में रोक कर गाली देकर धमकाया था कि रास्ते से उठवा लूंगा..। उसी दिन फिर से छात्रा ने प्राचार्य और अनुशासन अधिकारी को पूरा घटनाक्रम बताया। बकौल छात्रा चीफ प्राक्टर ने आरोपी छात्र को पकड़ने की दौड़भाग भी की, लेकिन वो हाथ नहीं आया। इसके बाद बुधवार सुबह 11:20 बजे के करीब क्लास पूरी होने के बाद जीने से नीचे उतरते वक्त छात्र ने उसकोे हाथ पकड़ कर एकांत में खींचने का प्रयास किया। उससे दिनदहाड़े बदतमीजी की गई। जिससे वो बहुत डर गई। शोर मचाने पर आसपास के छात्र छात्राओं ने उसको पकड़ा। हंगामे के बाद उसको पुलिस के हवाले कर दिया गया।
इस मामले में गांधीपार्क इंस्पेक्टर वीरेंद्र कुमार इंदौलिया ने बताया कि पीड़ित छात्रा की तहरीर मिली है जिसके आधार पर आरोपी छात्र जमीर खां निवासी दोदपुर को गिरफ्तार कर लिया गया है। छेड़खानी, जान से मारने की धमकी देने, डराने धमकाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। इधर, प्राचार्य डा. पंकज कुमार वार्ष्णेय ने कहा कि कालेज में अनुशासन सीमित की बैठक गुरुवार को बुलाई गई है। छात्रा ने पूर्व में शिकायत की थी। प्रोक्टोरियल टीम ने इसका गंभीरता से संज्ञान भी लिया है। कालेज प्रबंधन ऐसी घटनाओं पर बेहद गंभीर है। आरोपी छात्र के खिलाफ रिस्टीकेशन (प्रतिबंधित करने की कार्रवाई) जैसी सख्त कार्रवाई की जाएगी।