अलीगढ़ / संयुक्त मोर्चा टीम
नगला तिकोना की महिला से आवास दिलाये जाने के नाम पर दस हजार रुपये मांगने के मामले में प्रशासन की टीम ने गांधीपार्क पुलिस के साथ अचल ताल के द्वारिकापुरी क्षेत्र में संचालित सायबर कैफे पर छापा मारकर सील लगा दी। कार्रवाई के दौरान संचालक मौके नहीं मिला। एक कर्मचारी को दबोच लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है। छापे के दौरान बडप़ैमाने पर आवासों के फार्म, आय प्रमाणपत्र, फोटो, आधार कार्ड बरामद किये गए हैं। आरोपियों के खिलाफ एफआईआर की कार्रवाई चल रही है।
दस दिसंबर को नगला तिकोना निवासी महिला गायत्री पत्नी लक्ष्मण ने डीएम वार रूम पर शिकायत की थी कि निर्मला सक्सेना एवं आलोक सक्सेना नाम के दो शख्सों ने उसे फ्लैट, कांशीराम आवास अथवा प्रधानमंत्री आवास दिलाने के नाम पर फोन पर दस हजार रुपये की मांग की है। रजिस्ट्रेशन के नाम पर 1500 रुपये पहले ही वसूल लिये हैं।
यह भी कहा है कि जल्द ही दस हजार लेकर हमारे पास आ जाओ नहीं तो फ्लैट तुम्हारे हाथ से निकल जाएगा। डीएम ने एडीएम प्रशासन को जांच सौंपते हुए कार्रवाई के आदेश दिये। इसके अनुपालन में एडीएम ने एसीएम प्रथम रंजीत सिंह को कार्रवाई करने को कहा।
एसीएम ने बुधवार को एसओ गांधीपार्क के साथ दोनों मोबाइल नंबरों व नामों के बारे में पूछताछ कर अचलताल क्षेत्र के द्वारिकापुरी में संचालित डायल कार्नर इलेक्ट्रो स्टेट नाम की दुकान पर छापा मारा। इस छापामार कार्यवाही में स्पष्ट हुआ कि यह दुकान आलोक सक्सेना व निर्मला सक्सेना की ही है, जिसमें साइबर कैफे चलाया जाता है। एसीएम ने बताया कि सायबर कैफे से आवास दिलाने से संबंधित कागजात जैसे फार्म, आधार कार्ड, आय प्रमाण पत्र, फोटो आदि बरामद किये गए हैं।
कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि आलोक सक्सेना बाहर है। उन्होंने बताया कि कैफे पर उपस्थित व्यक्ति को पकड़कर एसओ गांधी पार्क को सौंप दिया गया है। उसे तब तक नहीं छोड़ा जाएगा, जब तक आलोक सक्सेना पकड़ में नहीं आ जाता है। सायबर कैफे को सील करते हुए सभी कागजात जब्त कर लिये गए हैं। एसओ गांधीपार्क ने बताया कि आरोपी आलोक सक्सेना व निर्मला सक्सेना के विरुद्ध एफआईआर दर्ज करायी जा रही है।