विशेष संवाददाता। लखनऊ
देश के हाईवे और एक्सप्रेसवे को आपात स्थिति में हवाई पट्टी के रूप में इस्तेमाल करने का भारतीय वायु सेना का अभ्यास पूरी तरह सफल रहा।
मंगलवार को वायु सेना के परिवहन और लड़ाकू विमान उत्तर प्रदेश में उन्नाव के पास लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर उतरने और उड़ान भरने में सफल रहे। इसमें वायु सेना के दो एएन-32 ट्रांसपोर्ट एयरक्रॉफ्ट, तीन जगुआर, छह मिराज-2000, छह सुखोई-30 एमकेआई और दो सी-130जे सुपर हर्क्युलिस विमान शामिल थे। इसके लिए लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस वे पर सोमवार और मंगलवार को दोपहर दो बजे तक आवाजाही को रोक दिया गया था।
रिपोर्ट के मुताबिक यह पहला मौका है जब वायु सेना के किसी परिवहन विमान ने भारत के किसी एक्सप्रेसवे को हवाई पट्टी की तरह इस्तेमाल किया है। मंगलवार को वायु सेना के इस अभ्यास की शुरुआत परिवहन विमान सी-130जे के उतरने के साथ हुई। इसने अपने साथ लाए वायु सेना के गरुण कमाडों की एक टीम और उनकी गाड़ी को एक्सप्रेसवे पर उतारा। विमान से उतरने के बाद गरुण कमांडों ने एक्सप्रेसवे के दोनों तरफ मोर्चा संभाल लिया और लड़ाकू विमानों के उतरने के लिए हवाई पट्टी की घेराबंदी कर दी। इसके बाद रूसी मूल के सैन्य परिवहन विमान एएन-32 और मिराज-2000 विमान उतरे। इस अभ्यास को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग जमा थे।
लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे का पिछले साल उद्घाटन किया गया था। तब वायु सेना ने आपात स्थिति में यहां पर अपने विमान उतारने और उड़ान भरने का पहला अभ्यास किया था। छह लेने वाले इस ग्रीनफील्ड लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे के 3.3 किमी हिस्से को आपात स्थिति में हवाई पट्टी के रूप में वायु सेना द्वारा इस्तेमाल करने के लिए चिन्हित किया गया है।
लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर उतरे वायु सेना के लड़ाकू विमान
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