विशेष संवाददाता। लखनऊ।
यूपी में नए प्रदेश अध्यक्ष की तलाश आखिरकार पूरी हो गयी। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री और सांसद महेन्द्र नाथ पांडेय को उत्तर प्रदेश बीजेपी का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। उन्हें यूपी के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की जगह पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी गई है ,जो अभी तक यह प्रभार संभाल रहे थे।
माना जा रहा है कि पार्टी का यह जड़ों की तरफ लौटने का संकेत है। पार्टी में ठाकुर और ब्राह्मण दो मुख्य कोरवोटबैंक स्थापना के समय से जुड़े रहे हैं। ठाकुर के हाथ सरकार की कमान तो अब ब्राह्मण के हाथ संगठन देकर भाजपा ने दोनों जातियों के वोट खुद से बिदकने से रोकने की कोशिश की है।
दरअसल लोकसभा चुनाव और उसके बाद से भाजपा दूसरे दलों के पिछड़ा और दलित कोर वोटबैंक को तोड़कर अपने पाले में लाने में जुटी रही। यही वजह है कि इन जातियों के कई नेताओं को भाजपा में बड़े पद दिए गए। इससे सवर्ण जातियों में नाराजगी छाने लगी थी। जिसे महसूस करते हुए भाजपा ने अब सरकार और संगठन के दोनों सबसे बड़े पद ठाकुर और बाभन के हवाले कर दिए हैं।
यूपी की चंदौली सीट से सांसद तथा केंद्रीय मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री महेन्द्र नाथ पांडेय के प्रदेश अध्यक्ष का प्रभार तत्काल प्रभाव से लागू हो गया है। पार्टी ने दो वर्ष बाद होने वाले लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए महेन्द्र नाथ को यह जिम्मेदारी सौंपी है। अभ उनके कंधों पर 2014 के आम चुनावों के प्रदर्शन को दोहराने की जिम्मेदारी रहेगी।
प्रदेश अध्यक्ष के लिए महेन्द्र नाथ पांडेय के अलावा जिन नामों पर चर्चा चल रही थी, उनमें राजवीर सिंह राजू, संजीव बालियान, स्वतंत्र देव सिंह और अशोक कटारिया भी प्रमुख तौर पर शामिल थे। महेंद्र नाथ पांडेय को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के पीछे पार्टी के हाथ से ‘ब्राह्मण वोट बैंक’ को साधना तथा उनका पूर्वी यूपी से होना मुख्य वजह माना जा रहा है।
अलीगढ़ में बांटी गई मिठाई
महेंद्र नाथ पांडेय के प्रदेश अध्यक्ष बनाये जाने पर अलीगढ़ में भाजपा महानगर उपाध्यक्ष सुबोध स्वीटी के नेतृत्व में मिठाई बांटी गई। इस दौरान राजीव भारती, डॉ. दिनेश शर्मा, गंगे पहलवान, ऋषि वार्ष्णेय, विनोद वार्ष्णेय बीनू आदि मौजूद थे।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बनाए गए महेंद्र नाथ पांडेय
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