इगलास / संयुक्त मोर्चा टीम
इगलास कोतवाली पुलिस ने दीपावली की रात गांव ब्यौहरा व तेहरा मूंज में हुईं डकैती की घटनाओं में दो बदमाशों के स्केच जारी किए हैं। ये स्केच पीड़ित परिजनों से बदमाशों का हुलिया पूछकर तैयार किए गए हैं। वहीं बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए चार टीमों का गठन किया गया है। चारों टीमें स्केच के माध्यम से बदमाशों की तलाश में जुटी हुई हैं। कस्बा क्षेत्र के गांव ब्यौहरा में दीपावली की रात बदमाशों ने चंद्रवीर व मनोज के मकान पर धावा बोला था। बदमाशों ने उनके घर से सवा लाख की नगदी और जेवर लूट लिए थे। लूट का विरोध करते हुए मनोज की बहन निक्की ने एक बदमाश को पकड़ लिया था, लेकिन वह चाकू से हमला कर भाग गया था। इसके बाद बदमाशों ने पड़ोसी गांव तेहरा मूंज में दिनेश कुमार के मकान को निशाना बनाया था। यहां से भी लूट की घटना को अंजाम दिया था। इस संबंध में सीओ राम आशीष यादव ने बताया कि पीडि़तों द्वारा बताए गए हुलिया के अनुसार बदमाशों के एक्सपर्ट से स्केच बनवाए गए हैं। स्केच को सर्वाजनिक किया गया है ताकि अभियुक्तों को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके। आरोपितों की गिरफतारी के लिए एसएसपी के निर्देश पर चार टीमें गठित की गई हैं। पुलिस टीमें आरोपितों की तलाश में जुटी हुई हैं। जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा।
लक्ष्मी जी तो आई नहीं, बदमाश आ धमके
गांव में परंपरा चली आ रही है कि दीपावली की रात मकान के दरवाजे खुले रखने चाहिए, क्योंकि रात में भ्रमण के दौरान लक्ष्मी जी आती हैं। इसी परंपरा का निर्वहन करते हुए गांव तेहरा मूंज में दिनेश के परिजन दीपावली की रात पूजन करने के बाद मकान के दरवाजे खोलकर सो गए। मकान गांव के किनारे पर होने के कारण रात में मां लक्ष्मी जी तो आईं नहीं, लेकिन बदमाश घर में आ गए। बदमाश पूजा की चौकी पर रखे सोने-चांदी के जेवरों के अलावा नगदी भी लूटकर ले गए।
बदमाश कर रहे थे मारपीट, ग्रामीण समझ बैठे पारिवारिक झगड़ा
गांव ब्यौहरा में लूटपाट का विरोध करने पर बदमाश चंद्रवीर व मनोज के परिजनों से मारपीट कर रहे थे। परिजनों की चीख-पुकार आसपास के ग्रामीणों ने भी सुनी, लेकिन ग्रामीण यह समझ बैठे कि परिवार के लोग आपस में ही लड़ रहे हैं। इसलिए उन्होंने हस्तक्षेप करना भी उचित नहीं समझा। जबकि अगर ग्रामीण उस वक्त मौके पर पहंुच जाते तो शायद उसी वक्त बदमाश पकड़े जा सकते थे।