यूपी के कासगंज में 26 जनवरी के दिन तिरंगा यात्रा के दौरान हुई हिंसा में घायल हुए अकरम ने कहा है कि उसने सबको माफ कर दिया है. मंगलवार (30 जनवरी) को मीडिया से बात करते हुए अकरम ने कहा कि वह अपनी गर्भवती पत्नी से मिलने के लिए उस दिन (26 जनवरी को) कासगंज के रास्ते अलीगढ़ जा रहे थे. तभी अचानक 100-150 लोगों की हिंसक भीड़ ने उनपर हमला कर दिया. लेकिन भीड़ कुछ लोग फरिश्ता बनकर आए और उन्होंने किसी तरह मुझे उस हिंसक भीड़ से बचाते हुए वहां से बाहर निकाला और भगा दिया. इस दौरान अकरम की आंख में गंभीर चोट भी आई थी.
अब अकरम उस घटना को याद करते हुए सिर्फ इतना कहते है, ‘मैंने सबको माफ कर दिया है.’
I was passing through #Kasganj towards #Aligarh to meet my wife who was expecting, but suddenly 100-150 people attacked me. Some people from the crowd were angels who managed to save me from others and let me go. I have forgiven everyone: Akram,victim #KasganjClashes pic.twitter.com/NdDIlbqrDw
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) January 30, 2018
कासगंज हिंसा: नहीं बचायी जा सकी घायल की आंख
कासगंज शहर में हुई साम्प्रदायिक हिंसा में गम्भीर रूप से घायल एक व्यक्ति की आंख खराब हो गई. अलीगढ़ जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्साधिकारी डाक्टर एहतेशाम ने रविवार (28 जनवरी) की शाम को बताया कि शुक्रवार (26 जनवरी) की रात को हिंसा का शिकार हुए मोहम्मद अकरम की आंख में गम्भीर चोटें लगी थीं. चिकित्सकों के तमाम प्रयासों के बावजूद उसकी आंख नहीं बचायी जा सकी. उन्होंने बताया कि अकरम अब खतरे से बाहर हैं और उनकी हालत में तेजी से सुधार हो रहा है.