संयुक्त मोर्चा टीम।कोलंबो, 24 अप्रैल श्रीलंका सरकार ईस्टर के दिन हुए सिलसिलेवार विस्फोटों के एक सप्ताह के भीतर पुलिस और सुरक्षा बलाें को अधिक मजबूत बनायेगी। इन विस्फोटों में मरने वालों की संख्या बढ़कर 359 हो गयी है।
राष्ट्रपति मैत्रीपाला सिरिसेना ने मंगलवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में इस आशय की घोषणा की। उन्होंने कहा कि वह उन अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे जाे खुफिया एजेंसियों से चेतावनी मिलने के बावजूद चौकसी रखने और कार्रवाई करने में विफल रहें। उन्होंने बताया कि एक पड़ोसी देश की खुफिया एजेंसी ने आतंकवादी हमले की चेतावनी दी थी।
उन्होंने कहायह जानकारी संबंधित अधिकारियों ने मुझ तक नहीं पहुंचायी। अगर अधिकारियों ने यह जानकारी मुझे दी होती तो मैं तत्काल कोई कदम उठाता। मैंने अपनी ड्यूटी में लापरवाही बरतने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का फैसला कर लिया है।
राष्ट्रपति ने कहा कि आतंकवाद से लड़ने में अनुभव, बुद्धिमत्ता और उच्च तकनीकी क्षमता संपन्न आठ देशों ने श्रीलंका काे आतंकवाद से लड़ाई में मदद करने का आश्वासन दिया है। उन्हाेंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि सुरक्षा बलों को अधिक मजबूत बनाने और विदेशी विशेषज्ञता की मदद से आतंकवाद के खतरे पर जल्द ही लगाम लगा लिया जायेगा।
उन्होंने आश्वस्त किया कि सोमवार रात को लागू किया गया सीमित आपातकाल का मकसद केवल संदिग्धों को पकड़ना और सुरक्षा सुनिश्चित करना है। इसका इस्तेमाल लोगों की आजादी अथवा लाेकतांत्रिक अधिकारों पर अंकुश लगाने के लिये नहीं किया जायेगा।
गौरतलब है कि श्रीलंका में गिरजाघरों और लक्जरी होटलों को निशाना बनाकर किये गये अब तक के सबसे बड़े आतंकवादी हमले में 359 लोग मारे गये और 500 से अधिक लोग घायल हो गये। आतंकवादी संगठन इस्लामिक स्टेट ने मंगलवार को इस हमले की जिम्मेदारी ली।
श्रीलंका में ईस्टर के दिन हुए सिलसिलेवार विस्फोटों में मृतक संख्या 359 हुई
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