अलीगढ़ / संयुक्त मोर्चा टीम
गुरुवार की शाम तेज हवा और ओलों के साथ हुई तेज बारिश ने खेतों से घरों तक बर्बादी की। मजूपुर गांव में करीब डेढ़ दर्जन मकानों की दीवारें गिरीं। एक महिला व एक व्यक्ति समेत कई पशु घायल हुए हैं। गांव के बाहर पेड़ उखड़ गए। तेज हवाओं से गांव के अंदर बरामदों पर पड़े टीन शेड उड़ गए। आलू और लाहा की फसलों को नुकसान पहुंचा है। बारिश से किसान चिंतित हैं वहीं ठंड बढ़ने के साथ बारिश ने लोगाें को घरों के अंदर दुबकने के लिए मजबूर कर दिया।
किसानों का कहना है कि यह बारिश आलू व लाहा की फसल को काफी नुकसान पहुंचाएगी। हालांकि गेहूं की फसल में सिंचाई की जरूरत नहीं पड़ेगी। ठंड बढ़ने से गेहूं की फसल को फायदा मिलेगा। बारिश के कारण ओले भी पड़ने से ठिठुरन बढ़ गई। बाजारों में सन्नाटा छा गया। क्षेत्र के मजूपुर गांव में करीब आधा दर्जन घरों की दीवारें गिर गईं। बरामदों के आगे पड़ी टीन शेड उड़ गईं। करुआ के घर की कच्ची दीवार गिरने से उनकी पत्नी ओमवती (60) घायल हो गईं। बारिश के समय वह बरामदे में बैठी थीं तभी दीवार गिरी।
गांव के वीरेंद्र पुत्र विजय पाल (42) दीवार का मलबा गिरने से घायल हो गए। उनके घुटनाें में चोट है। इसके साथ ही पशुपालक कंचन सिंह के तीन पशु दीवार गिरने से घायल हो गए। एक पड्डा के पैर कट गए हैं। तहसीलदार नरेंद्र सिंह, लेखपाल नासिर हुसैन सूचना पर गांव पहुंचे और जानकारी ली। ग्राम प्रधान कल्लू देवी के अनुसार चक्रवाती तूफान सी हवाएं चलीं। करीब डेढ़ दर्जन मकानों की दीवारें तेज हवाओं और बारिश के चलते गिरी हैं। इनमें दलवीर सिंह, भूदयाल सिंह, अनिल कुमार, भूरा सिंह, संदीप कुमार, हरकेश, महेश आदि ग्रामीण शामिल हैं। गांव के बाहर करीब कई पेड़ उखड़ गए। चंडौस प्रतिनिधि के अनुसार गुरुवार को हुई बेमौसम बारिश से लाहा की फसल सड़ने की आशंका थी। इस बारिश से रबी की फसलों को फायदा मिलेगा।
पिसावा प्रतिनिधि के अनुसार गुुरुवार को बारिश के साथ ओले भी पड़े। बारिश और ओले पड़ने से आलू व सरसों की फसलों को जबर्दस्त नुकसान हुआ है। इससे किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें हैं।