संयुक्त मोर्चा टीम। अलीगढ़
कैंपस में तिरंगा यात्रा निकालने वाले छात्र नेता ठाकुर अजय सिंह एवं सोनवीर सहित छह छात्रों को एएमयू प्रॉक्टर द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी कर 24 घंटे के अंदर जवाब देने को कहा है। छात्र नेताओं पर असामाजिक तत्वों के साथ यात्रा निकालने एवं कैंपस का शैक्षणिक माहौल खराब करने सहित अन्य कई गंभीर आरोप लगे हैं।
बरौली विधानसभा क्षेत्र के विधायक ठाकुर दलवीर सिंह के पौत्र एवं छात्र नेता ठाकुर अजय सिंह के नेतृत्व में मंगलवार को कैंपस में तिरंगा यात्रा का आयोजन किया गया था। बाइक पर सवार दर्जनों छात्रों ने यात्रा के दौरान वंदेमातरम एवं भारत माता की जय आदि के नारे लगाए थे। यात्रा का उद्देश्य वीर एप के माध्यम से शहीद जवानों के परिजनों को आर्थिक मदद पहुंचाने के प्रति जागरूकता पैदा करना था।
यात्रा का आयोजन इंजीनियरिंग कॉलेज के समीप एथलेटिक्स ग्राउंड से बाब-ए-सैयद तक किया गया था। तिरंगा यात्रा के बाद एएमयू प्रॉक्टर प्रो. एम मोहसिन खान ने ठाकुर अजय सिंह एवं सोनवीर सिंह सहित पांच-छह छात्रों को कारण बताओ नोटिस जारी कर 24 घंटे के अंदर जवाब देने को कहा है। नोटिस के बाद महानगर की राजनीति एक बार फिर गरमाने की आशंका है। छात्र नेताओं पर बिना अनुमति पीक आवर्स में कैंपस में यात्रा निकालकर शैक्षणिक वातावरण खराब करने, क्लास के समय छात्रों को बहकाकर बाइक रैली में शामिल होने, यात्रा में बाहरी एवं असामाजिक तत्वों को शामिल कराने, यूनिवर्सिटी को बदनाम करने एवं छात्रों के बीच भय का वातावरण सृजित करने आदि का आरोप लगाया गया है।
एएमयू प्रॉक्टर की जनरल डायर से तुलना
छात्र नेता ठाकुर अजय सिंह ने प्रॉक्टर प्रो. एम मोहसिन खान की तुलना जनरल डायर से की है। उनका कहना है कि जनरल डायर (प्रॉक्टर) ने नोटिस भेज कर जवाब मांगा है कि कैंपस में तिरंगा यात्रा कैसे निकाल ली। अजय सिंह का कहना है कि प्रॉक्टर साहब (जनरल डायर) सुन लें कि देश 1947 में आजाद हो चुका है। 1950 में हमें संविधान मिल चुका है और कही भी तिरंगा लहराने और भारत माता की जय बोलने के लिए हमको परमिशन की जरूरत नहीं है। खासकर जब हम अपने भाइयों के बीच हों और किसी तरह की राजनैतिक नारेबाजी न हो। उन्होंने कहा कि वैसे कमाल ये भी है कि जब एक आतंकी के मरने पर कुछ लोग इकट्ठा होकर नारेबाजी करते हैं तो प्रॉक्टर को कुछ भी आपत्तिजनक नहीं लगता। 10 प्रतिशत स्वर्ण आरक्षण के बिल को कैंपस में जलाया जाता है तब प्रॉक्टर के कान पर जूं नहीं रेंगती। जातिगत संघर्ष को बढ़ाने वाली सेमिनार कैंपस में आयोजित की जाती है तो प्रॉक्टर का रोम-रोम रोमांचित हो जाता है। हद तो तब होती है जब वो इस तिरंगा मार्च को निकालने वालों को कैंपस की बदनामी करने वाले और असामाजिक तत्व बताते हैं। उन्होंने कहा कि प्रॉक्टर साहब (जनरल डायर) कैंपस की बदनामी तिरंगा लेकर भारत माता की जय बोलने से नहीं होती बल्कि मन्नान वानी के हक में आवाज उठने से होती है और आपकी उनके खिलाफ कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं होती।
क्या संदेश देना चाहते हैं एएमयू के प्रॉक्टर
छात्र नेता अजय सिंह को कारण बताओ नोटिस दिये जाने से नाराज भाजपा युवा मोर्चा के मीडिया प्रभारी प्रतीक चौहान का कहना है कि आखिर एएमयू के अधिकारी कारण बताओ नोटिस देकर देश को क्या संदेश देना चाहते हैं। तिरंगा यात्रा को अनुमति न देना देश भक्ति के साथ खिलवाड़ है। उन्होंने कहा कि यात्रा का आयोजन वीर एप के द्वारा शहीद परिवारों को आर्थिक सहायता दिलाना था।