Home अलीगढ़ हरदुआगंज पुलिस संग मुठभेड़ के आरोपी नौशाद-मुस्तकीम बरी

हरदुआगंज पुलिस संग मुठभेड़ के आरोपी नौशाद-मुस्तकीम बरी

by vdarpan
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संयुक्त मोर्चा टीम। अलीगढ़

हरदुआगंज पुलिस संग मुठभेड़ में मारे गए साधुओं की सिलसिलेवार हत्या कर सनसनी फैलाने वाले गैंग के आरोपी बदमाश मुस्तकीम व नौशाद निवासी वैश्यपाड़ा अतरौली को दौरान-ए-विवेचना मुठभेड़ के आरोप से ‘बरी’ कर दिया गया।
पुलिस ने दोनों के मारे जाने के कारण उन पर दर्ज पुलिस पर हमले के मुकदमे में अंतिम रिपोर्ट (एफआर) लगा दी है। इस मुठभेड़ के मुकदमे की विवेचना अकराबाद इंस्पेक्टर द्वारा की जा रही थी। उन्होंने अपनी जांच पूरी करते हुए दिसंबर माह के अंतिम सप्ताह में अंतिम रिपोर्ट लगा दी। अब अदालत स्तर पर इस प्रकरण में अंतिम निर्णय लिया जाएगा। बता दें कि हरदुआगंज के तिहरे हत्याकांड के बाद यह गिरोह पुलिस के रडार पर आया था। इसके बाद गैंग के पांच साथी पकड़े गए थे, जबकि दो दिन बाद ही मुठभेड़ में यह दोनों मारे गए थे। इन पर हरदुआगंज पुलिस ने हमले का मुकदमा दर्ज किया था। नियमानुसार विवेचना दूसरे थाने से कराई जाती है। इसी नियम के तहत विवेचना अकराबाद भेजी गई थी, जहां से विवेचना पूर्ण कर अंतिम रिपोर्ट लगाई गई है।

पूरे गैंग पर तीनों कांडों में चार्जशीट दायर
पालीमुकीमपुर के रूपवास आश्रम के दोहरे हत्याकांड, अतरौली के मंटूरी सिंह हत्याकांड और हरदुआगंज के साधु व दंपती हत्याकांड में भी संबंधित थानों की पुलिस ने चार्जशीट अदालत में दायर कर दी हैं। इन चार्जशीटों में फरार चल रहे गैंग सरगना अफसर को शामिल नहीं किया गया है। बाकी अलीगढ़ जेल भेजे गए पांचों आरोपियों, कासगंज जेल में निरुद्ध आरोपियों के खिलाफ के खिलाफ यह चार्जशीट अदालत भेज दी हैं। इनके खिलाफ केस डायरी में मजबूत साक्ष्य पेश किए गए हैं। हालांकि मारे गए जाने के कारण नौशाद-मुस्तकीम का नाम चार्जशीट में शामिल नहीं है। मगर उन्हें हत्याकांडों में शामिल होना और दौरान-ए-तलाश मुठभेड़ में मारा जाना दिखाया है। इस तरह पिछले साल के चर्चित कांड की कागजी औपचारिकताओं से पुलिस को राहत मिल गई है। अब साबिर उर्फ दिनेश प्रताप के खिलाफ एनएसए कन्फर्म कराने की तैयारी चल रही है।

इन छह हत्याओं के मुकदमों में घोषित हुए थे इनामी
-12/13 अगस्त 2018 की रात: पालीमुकीमपुर के रूपवास शिव मंदिर आश्रम पर एक साधु व एक किसान की हत्या। एक साधु जख्मी।
-26/27 अगस्त 2018 की रात: अतरौली के बहरावद के जंगल में एक आश्रम के पास नलकूप पर सो रहे किसान मंटूरी सिंह की हत्या।
-14/15 सितंबर 2018 की रात: हरदुआगंज के कलाई माइनर के पास दुर्रेनी देवी मंदिर पर साधु व पास के खेत में ग्रामीण दंपती की हत्या।

घटनाक्रम एक नजर में
14/15 सितंबर की रात हरदुआगंज में तिहरे हत्याकांड की जांच में गैंग सामने आया
18 सितंबर को अतरौली पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान गैंग के पांच साथी दबोचे गए थे
20 सितंबर को हरदुआगंज पुलिस मुठभेड़ में माछुआ नहर पर नौशाद-मुस्तकीम ढेर

सरगना सहित यह गैंग गया जेल
1-साबिर अली उर्फ दिनेश प्रताप सिंह पुत्र वीरबल जाटव किदवई नगर कोतवाली नगर एटा
2-सलमान पुत्र इरफान शिवपुरी छर्रा हाल मोहल्ला वैश्यपाड़ा अतरौली।
3-इरफान पुत्र साबिर अली नगला सारंगपुर पहासू बुलंदशहर हाल मोहल्ला गढ़ी अतरौली।
4-यासीन पुत्र नौसे खान ब्रह्मनपुरी अतरौली।
5-नदीम पुत्र साबिर अली उर्फ दिनेश प्रताप सिंह किदवई नगर कोतवाली नगर एटा

नौशाद-मुस्तकीम चूंकि मुठभेड़ में मारे गए, इसलिए नियमानुसार उनके खिलाफ अंतिम रिपोर्ट भेजी गई है। बाकी हत्याकांडों में अदालत में चार्जशीट दायर कर दी गई है। अब अदालत जेल में निरुद्ध आरोपियों पर निर्णय लेगी।
-अजय कुमार साहनी, एसएसपी

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