अलीगढ़ / संयुक्त मोर्चा टीम
तीन तलाक को लेकर सुप्रीम कोर्ट में बिल पास होने के बाद भी मुस्लिम समाज की महिलाओं का तलाक एवं हलाला के नाम पर उत्पीड़न बंद नहीं हो रहा है। दहेज की मांग पूरी न होने पर एक शौहर ने अपनी पत्नी को आवेश में आकर तीन तलाक दे दिया।
अब पीड़िता के ससुराल वालों से लेकर उसके परिजन उस पर हलाला करने को लेकर दबाव बना रहे हैं। पीड़िता ने गुरुवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय कुमार साहनी से मामले में हस्तक्षेप पर न्याय दिलाने की गुहार लगाई है।
चंडौस थाना क्षेत्र के एक गांव की महिला का आरोप है कि उसका निकाह मई 2013 में बुलंदशहर स्थित उसके पैतृक गांव में हुई थी। निकाह के बाद से ही ससुराल वाले दो लाख रुपये और एक मोटर साइकिल की मांग करने लगे। इस मांग को लेकर कई बार मारपीट भी की और पिता से दहेज दिलवाने को लेकर दबाव बनाने को लेकर उत्पीड़न करने लगे।
पीड़िता के अनुसार उसके पिता काफी गरीब इसके चलते उसने कभी उत्पीड़न की बात उन्हें नहीं बताई। कुछ दिन बाद इस बात की जानकारी उन्हें हुई भी तो उल्टा बेटी को ही फटकार दिया। पीड़िता के अनुसार सितंबर 2018 में शौहर ने एक दिन दहेज को लेकर मारपीट करते हुए तीन बार तलाक, तलाक, तलाक बोलकर दोनों बच्चों के साथ घर से निकाल दिया।
इसके बाद वह मायके में आकर रहने लगी। अब पीड़िता के पिता से लेकर उसके ससुराल वाले उस पर हलाला करने को लेकर दबाव बना रहे हैं। हलाला करने से इंकार करने पर धमकियां दी जा रही हैं। पीड़िता ने एसएसपी से ससुरालियों सहित मायके वालों पर कार्रवाई की मांग की है।