अयोध्या / संयुक्त मोर्चा टीम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्ष 2017 में ही इस प्रस्ताव की घोषणा की थी कि लेकिन यह पहली बार है जब राज्य सरकार ने विवरण साझा किए हैं.
लखनऊ: रविवार को अयोध्या में विवादित राम जन्मभूमि (Ram Temple Issue) पर राम मंदिर निर्माण को लेकर विश्व हिंदू परिषद (VHP) की धर्म संसद (Dharma sansad 2018) यानी संतों का सम्मेलन होने जा रहा है. शिवसेना के कार्यकर्ता भी अयोध्या में राम मंदिर के मुद्दे पर इकट्ठा हैं. लेकिन उससे पहले शनिवार को ही उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार ने मंदिरों के इस शहर में बनाए जाने वाली राम की विशाल प्रतिमा के विवरण की घोषणा की.
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टिप्पणियां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वर्ष 2017 में ही इस प्रस्ताव की घोषणा की थी कि लेकिन यह पहली बार है जब राज्य सरकार ने विवरण साझा किए हैं जिसमें प्रतिमा की 221 मीटर की ऊंचाई भी शामिल है. आपको बता दें कि यह गुजरात में बनी सरदार पटेल की मूर्ति स्टैच्यू ऑफ यूनिटी से भी ज्यादा ऊंचाई है.
सरकार ने प्रतिमा के मॉडल की एक तस्वीरी भी रिलीज की है और साथ ही उसके आकार की भी जानकारी है हालांकि प्रतिमा का निर्माण जिस जगह पर होगा उसपर अंतिम निर्णय फिलहाल नहीं हुआ है. यह भी स्पष्ट नहीं है कि इसके निर्माण कितना खर्च आएगा और इसके लिए पैसा कहां से आएगा. यह प्रतिमा कांसे से बनाई जाएगी और इस मॉडल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अनुमोदित किया है. गौरतलब है कि मोदी सरकार ने गुजरात में कुछ दिन पहले सरदार पटेलकी मूर्ति का अनावरण किया था, यह मूर्ति विश्व की सबसे बड़ी मूर्ति है.