उत्तर प्रदेश / संयुक्त मोर्चा टीम
चित्रकूट: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद और फिल्म अभिनेता शुत्रघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) ने अपने बगावती तेवर के लिए जाने जाते हैं. पार्टी में रहकर पार्टी की ही आलोचना करना कोई शत्रुघ्न सिन्हा से ही सीखे. अपने बगावती तेवर दिखाते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने एक बार फिर कहा कि ‘अगर सच कहना बगावत है तो समझो मैं भी बागी हूं. दरअसल, शुत्रघ्न सिन्हा बुधवार को चित्रकूट जिले के रामायण मेला परिसर में अपना दल (कृष्णा गुट) द्वारा आयोजित किसान महासम्मेलन में बोल रहे थे.
किसान महासम्मेलन में उन्होंने कहा, “भाजपा ने अभी तक मुझे छोड़ा नहीं है और न मैं पार्टी को छोड़ पाया हूं. लेकिन, पार्टी के भीतर जो कुछ भी चल रहा है, मैं उसे पचा नहीं पा रहा हूं. शीर्ष नेताओं के साथ जो व्यवहार किया जा रहा है, वह उचित नहीं है.”
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा ‘तुगलकी फरमान की तरह की गई नोटबंदी से आम और खास सभी लोग परेशान हुए हैं. व्यापारियों का कारोबार चैपट हो गया, मंहगाई अपने चरम पर है.” उन्होंने कहा, “मैं इन बातों को जनहित में उठाता हूं, तो मुझे बागी माना जाता है. अगर सच कहना बगावत है तो समझो मैं भी बागी हूं.”
जनसभा के बाद संवाददाताओं ने जब उनसे पूछा कि क्या अगला लोकसभा चुनाव वह फिर भाजपा के ही टिकट पर लड़ेंगे तो उन्होंने अपना डायलॉग दोहराते हुए बस ‘खामोश’ कहा. हालांकि, ऐसे कायास लगाए जा रहे हैं कि शत्रुघ्न सिन्हा को राजद टिकट सौंप सकती है, वहीं दिल्ली में आम आदमी पार्टी भी उन्हें टिकट ऑफर कर चुकी है.
फिर दिखे बीजेपी नेता शत्रुघ्न सिन्हा के सख्त तेवर: सच कहना बगावत है तो समझो मैं भी बागी हूं
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