अलीगढ़ / संयुक्त मोर्चा टीम
केन्द्रीय मंत्री उमा भारती शुक्रवार को यहां गंगा को निर्मल बनाने के लिए भावनात्मक अपील कर गईं। उन्होंने नदी और नारी को एक समान बताते हुए कहा कि दोनों की सुरक्षा की जरूरत है। कहा कि हम गंगा को आस्था के रूप में मां का दर्जा देते हैं। उसकी जिम्मेदारी निभाने के लिए बेटी की तरह दर्जा देना होगा। पंडाल में बैठे लोगों से स्वच्छता में सहयोग के लिए आगे आने की अपील करते हुए मंच पर बैठे अफसरों से हाथ उठावाकर गंगा की जिम्मेदारी बेटी की तरह निभाने का वादा लिया।
गंगा को लेकर संजीदा है सरकार
बोर्डिंग ग्राउंड में गंगा ग्राम सम्मेलन के दौरान केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि गंगा को लेकर जो संजीदगी भाजपा की सरकार में है, उतनी पहले नहीं दिखी। लोगों से कहा कि आप गंगा में आस्था रखते हुए उसे मां का दर्जा देते हैं, लेकिन कभी वहां सफाई के लिए खुद कोशिश नहीं करते। गंगा को मां का दर्जा देने वालों को उसे बेटी का दर्जा देकर बेटी की ही तरह जिम्मेदारी भी उठानी होगी तभी गंगा का कल्याण होगा। कहा कि जिस तरह आज बेटियां पढ़कर नई-नई जिम्मेदारियां संभाल रही हैं। डॉक्टर, इंजीनियर, टीचर, प्रोफेसर, मिनिस्टर बनकर जिम्मेदारी निभाने के लिए घर से बाहर निकल रही हैं और हम उनकी सुरक्षा का हर जरूरी प्रबंध कर रहे हैं, उसी तरह नदी भी जगह-जगह से होकर गुजरती है, उसकी भी सुरक्षा बेटी की ही तरह होनी चाहिए। जिस दिन यह भावना आ जाएगी, उसी दिन से गंगा निर्मल होनी शुरू हो जाएगी। सिर्फ अकेले सरकार की कोशिश ही काफी नहीं है।
कालपी को पर्यटन स्थल घोषित कराऊंगी
केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने कहा कि नगर को पर्यटन स्थल घोषित कराकर विकास के रास्ते खोले जाएंगे। केंद्र सरकार कालपी के चहुमुखी विकास को लेकर गंभीर है। संसद में इस मामले को उठाकर सरकार का ध्यान आकर्षित किया जाएगा, ताकि जल्द से जल्द कालपी पर्यटल स्थल घोषित हो सके। केन्द्रीय मंत्री ने कहा, कालपी महर्षि वेदव्यास की नगरी है। साथ ही इसका अपना ऐतिहासिक महत्व है। जनपद को पर्यटन स्थल घोषित होने से विकास के रास्ते खुलें