दिल्ली / संयुक्त मोर्चा टीम
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को कहा कि राजधानी दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर के लिए पंजाब में पराली जलाया जाना मुख्य कारण है। इसके लिए उन्होंने पंजाब के साथ ही हरियाणा में पराली जलाए जाने की सेटेलाइट से ली गई तस्वीरें दिखाकर अपने दावे को उचित ठहराया।
केजरीवाल ने कहा कि यह सेटेलाइट से लगी गई तस्वीर है। आप लाल धब्बे देख सकते हैं। यह बठिंडा और अमृतसर सहित पंजाब के विभिन्न हिस्से में पराली जलाए जाने का संकेत है। इससे ज्यादा वैज्ञानिक (सबूत) और क्या होगा? केजरीवाल ने कहा कि हरियाणा का (पराली जलाने में) एक छोटा हिस्सा है, लेकिन इसकी भूमिका सीमित है। बाकी यह अधिकतर पंजाब में हो रहा है।
किसानों को पराली के प्रबंधन के लिए मशीनें उपलब्ध कराने में नाकामी पर केजरीवाल ने केंद्र की आलोचना की। केजरीवाल ने उन तर्कों को भी खारिज कर दिया कि दिल्ली की वायु गुणवत्ता वहां यातायात और उद्योग के कारण खराब हुई है।
खराब हालात के लिए केंद्र पर दोष मढ़ते हुए केजरीवाल ने कहा कि केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन ने कुछ महीने पहले उन्हें आश्वस्त किया था कि पराली प्रबंधन के लिए मशीनों की खरीददारी के लिए पंजाब और हरियाणा को अनुदान दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह क्यों नहीं हुआ, उन्हें इसका जवाब देना होगा।
खट्टर ने स्वीकार की केजरीवाल की चुनौती
इसके साथ ही केजरीवाल ने कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने दिल्ली में बनाए गए मोहल्ला क्लीनिक देखने की उनकी चुनौती स्वीकार कर ली है और वह स्वयं उनका दिल्ली सीमा पर स्वागत करेंगे। हरियाणा दिवस पर केजरीवाल ने कहा कि जनतंत्र के लिए यह बहुत अच्छी बात है कि खट्टर ने दिल्ली की मोहल्ला क्लीनिक देखने की उनकी चुनौती स्वीकार की है। खट्टर आने की तारीख बता दें वह स्वयं उनका दिल्ली सीमा पर स्वागत करेंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक और हरियाणा की डिस्पेंसरियों का तुलनात्मक अध्ययन करने के लिए खट्टर दिल्ली के तीन ऐसे मोहल्ला क्लीनिक चुन लें जो उनके हिसाब से अच्छे नहीं हैं और मैं वहां के दो मोहल्ला क्लीनिक चुन लूंगा जो मेरे हिसाब से अच्छे हैं। इन्हें देखने के लिए मैं उनके साथ-साथ चलूंगा। इसी तरह मैं हरियाणा की तीन डिस्पेंसरी चुन लेता हूं और खट्टर साहब प्रदेश की दो ऐसी डिस्पेंसरी चुन लें जिनमें उन्होंने बहुत अच्छा काम किया हो। इन्हें देखने के लिए मैं 12 नवम्बर को हरियाणा आऊंगा और उम्मीद करता हूं कि खट्टर भी उनके साथ ये डिस्पेंसरियां देखने चलेंगे। इसके बाद स्थिति साफ हो जाएगी।
खट्टर ने दी थी ‘हल्ला क्लीनिक’ की संज्ञा
ज्ञात हो कि खट्टर ने हाल ही में केजरीवाल पर निशाना साधते हुए दिल्ली के मोहल्ला क्नीनिकों को ‘हल्ला क्लीनिक’ की संज्ञा दी थी जहां इलाज की सुविधाएं तो दूर बल्कि गंदगी और पशु बंधते हैं। उन्होंने केजरीवाल को दूसरे राज्यों की चिंता छोड़ दिल्ली पर ध्यान देने की नसीहत भी दी थी। उल्लेखनीय है कि केजरीवाल सरकार ने आम लोगों को उनके घरों के नजदीक ही स्वास्थय सेवाएं मुहैया कराने के लिए दिल्ली में एक हजार क्लीनिक खोलने का वादा किया था, लेकिन बताया जाता है कि इनमें से लगभग सौ मोहल्ला क्नीनिक की खुल पाए हैं और इनमें से भी अनेक डॉक्टर और अन्य कर्मचारी न होने के कारण कथित तौर पर बंद हैं और वहां गंदगी, असामाजिक तत्वों और आवारा पशुओं का आलम है।
52 साल से हालत जस की तस
केजरीवाल ने कहा कि हरियाणा को बने हुए 52 साल हो गए हैं, लेकिन राज्य के लोगों की जरूरतें आज भी वहीं की वहीं हैं। उन्होंने जनता से अपील की कि उसने सभी भाजपा, कांग्रेस और इनेलो समेत अन्य राजनीतिक दलों को बारी-बारी मौका देकर उनका काम देखा है अब एक मौका वह आम आदमी पार्टी को भी देकर उसका भी काम देखें। उन्होंने कहा कि राजनीति में आने से पहले हम भी सोचते थे कि विकास करना गंभीर समस्या है, लेकिन तीन साल तक सरकार चलाने के बाद अहसास हुआ कि सरकारों के लिए कुछ भी करना इतना मुश्किल नहीं, जितना पार्टियां जताती हैं।
परिवार में बर्तन बजना नई बात नहीं
केजरीवाल ने पंजाब में चल रही पार्टी के भीतर कलह को परिवार का अंदरूनी मामला बताते हुए कहा कि परिवारों में लड़ाई-झगड़े होना आम बात है जिन्हें मिलकर हल कर लेंगे। उन्होंने कहा कि परिवार में कहासुनी कोई नई बात नहीं है। हमने लोगों से वादा किया था अच्छा शासन देने का, भ्रष्टाचारमुक्त सरकार देने का, वो हमने पूरा किया है। उन्होंने चुनौती दी कि कोई भी उनकी सरकार पर के दामन पर भ्रष्टाचार का एक भी दाग बता दे तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।