नई दिल्ली। एसएमटी डिजिटल
मशहूर भारतीय पत्रकार रवीश कुमार को सोमवार को एशिया का नोबेल पुरस्कार माने जाने वाले रेमन मैगसायसाय अवार्ड से सम्मानित किया गया। उन्होंने कहा कि भारत का मीडिया ‘संकट’ में है और यह संकट ढांचागत है, अचानक नहीं हुआ है।
रेमन मैगसायसाय अवार्ड के प्रशस्ति पत्र में कहा गया है कि एनडीटीवी इंडिया के सीनियर एक्जीक्यूटिव एडिटर और भारत के प्रभावशाली टीवी पत्रकारों में रवीश कुमार अपनी खबरों में आम लोगों की समस्याओं को तरजीह देते हैं। इस बार भी पीएम मोदी कोई प्रतिक्रिया जाहिर नहीं की है। वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रवीश के सम्मान पर फिर से अपनी बधाई दी है।
मनीला में पुरस्कार ग्रहण करते हुए कुमार ने कहा कि भारतीय मीडिया संकट की स्थिति में है और यह संकट अचानक या आकस्मिक नहीं हुआ है बल्कि ढांचागत तरीके से इसे अंजाम दिया गया। पत्रकार होना अब व्यक्तिगत प्रयास हो गया है। मीडिया के संकट को समझना और भी महत्वपूर्ण हो जाता है। कुमार ने कहा, ‘‘ मैं खुद के लिए तो खुश हूं, लेकिन जिस पेशे की दुनिया से आता हूं, उसकी हालत उदास भी करती है।’’

कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि पत्रकार होना अब व्यक्तिगत प्रयास हो गया है, क्योंकि समाचार संगठन और उनके कॉरपोरेट एक्जीक्यूटिव अब ऐसे पत्रकारों को नौकरियां छोड़ देने के लिए मजबूर कर रहे हैं, जो समझौता नहीं करते। फिर भी यह देखना हौसला देता है कि ऐसे और भी हैं, जो जान और नौकरी की परवाह किए बिना पत्रकारिता कर रहे हैं।
कुमार ने पांच अगस्त को अनुच्छेद 370 के अधिकतर प्रावधानों को खत्म किए जाने के बाद कश्मीर के हालात और घाटी में संचार पर पाबंदी के विषय पर भी अपनी राय रखी।
एसएमटी के सभी सदस्य पत्रकार रवीश कुमार को बधाई प्रेषित करते हैं।