जयपुर / संयुक्त मोर्चा टीम
राजस्थान में 24 दिसंबर को कांग्रेस सरकार के मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह होगा. सोमवार सुबह साढ़े ग्यारह बजे होने वाले इस कार्यक्रम के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट विशेष चार्टर्ड विमान से जयपुर पहुंचे. जानकारी के मुताबिक मंत्रिमंडल में जिन विधायकों को शामिल करना है उन्हें फोन किया जा रहा है.
राजस्थान में 24 दिसंबर को कांग्रेस सरकार के मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण समारोह होगा. सोमवार सुबह 11:30 बजे होने वाले इस कार्यक्रम के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट विशेष चार्टर्ड विमान से जयपुर पहुंचे. जानकारी के मुताबिक मंत्रिमंडल में जिन विधायकों को शामिल करना है उन्हें फोन किया जा रहा है. सचिन पायलट बुधवार से ही दिल्ली में थे, वहीं अशोक गहलोत शुक्रवार की रात दिल्ली पहुंचे थे. वहां पर अपने-अपने गुट के विधायकों को मंत्रिमंडल में शामिल कराने के लिए जबरदस्त तरीके से पैरवी की जा रही थी.
शनिवार रात दोनों की मुलाकात कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से हुई, जिसके बाद नामों पर सहमति बनी है. लेकिन उसके बाद भी दोनों तरफ से अपने खास सिपहसलारों को शामिल कराने के लिए दमखम जारी रहा. दिल्ली में अविनाश पांडे के अलावा 4 प्रभारियों के साथ भी राहुल गांधी ने मीटिंग की. उसके बाद अशोक गहलोत ने अहमद पटेल से मीटिंग की और फिर जाकर रविवार यानी आज 2:00 बजे दिन में मंत्रिमंडल के नाम पर सहमति बन पाई है.
11 दिसंबर को राजस्थान में चुनाव परिणाम आए थे जिसमें कांग्रेस की सरकार सत्ता में आई थी, लेकिन मुख्यमंत्री पद को लेकर चल रही जोर आजमाइश के बीच 17 दिसंबर को मुख्यमंत्री के रूप में अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री के रूप में सचिन पायलट ने शपथ ग्रहण किया था. उसके बाद भी मंत्रिमंडल के नामों को लेकर रस्साकशी चल रही थी. अब चुनाव परिणाम आने के 13 दिन बाद मंत्रियों के नाम पर सहमति बन पाई है.
जिन संभावित विधायकों को मंत्री बनाया जा रहा है उसमें बीडी कल्ला, डॉ रघु शर्मा, शांति धारीवाल, लालचंद कटारिया, प्रमोद जैन भाया, परसादी लाल मीणा, विश्वेंद्र सिंह, हरीश चौधरी, रमेश चंद्र मीणा, मास्टर भंवरलाल मेघवाल, प्रताप सिंह खाचरियावास, उदयलाल आंजना, साले मोहम्मद, गोविंद सिंह डोटासरा, ममता भूपेश, अर्जुन बामणिया, भंवर सिंह भाटी, सुखराम विश्नोई, अशोक चांदना, टीकाराम जूली, मदन लाल जाटव, राजेंद्र यादव और सुभाष गर्ग शामिल हैं. कहा जा रहा है कि इस बार मंत्रियों की संख्या 23 हो सकती है और लोकसभा चुनाव के बाद एक बार फिर से मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा.