दिल्ली / संयुक्त मोर्चा टीम
राजधानी की हवा में प्रदूषण की मात्रा तीस दिनों में ग्यारह गुना तक बढ़ गई है। महीने भर पहले यानी 25 सितंबर को जहां हवा में प्रदूषक कण पीएम-10 की मात्रा 34.7 के स्तर पर थी, वहीं बुधवार की दोपहर बाद हवा में पीएम-10 की मात्रा 369.9 के स्तर पर पहुंच गई। पर्यावरण विशेषज्ञों के मुताबिक ठंड बढ़ने के साथ ही दिल्ली की हवा और खराब होने का अंदेशा है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, बुधवार सुबह से ही राजधानी की हवा में प्रदूषक कणों की मात्रा लगातार बढ़ती गई। दोपहर बाद तीन बजे पीएम-10 का स्तर 369.9 पर पहुंचा गया। जबकि, पीएम-2.5 का स्तर 168 तक पहुंच गया। महीने भर पहले यानी 25 सितंबर को यह सिर्फ 19.5 पर था। मालूम हो कि पीएम-10 की मात्रा 100 और पीएम-2.5 की मात्रा 60 के नीचे होने पर ही उसे स्वास्थ्य के लिए अच्छा माना जाता है।
एम्स में मरीजों की संख्या बढ़ी
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर बढ़ने से अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। प्रदूषण के कारण सांस की तकलीफ लेकर आने वाले मरीजों की संख्या रोजाना बढ़ती जा रही है। जानकारी के अनुसार, एम्स के पल्मोनरी विभाग की ओपीडी में मरीजों की संख्या में 80 फीसदी वृद्धि हुई है। अधिकतर मरीज सांस लेने में तकलीफ, फेफड़ों में परेशानी व अस्थमा सहित दूसरी दिक्कतों को दिखाने के लिए पहुंच रहे है। एम्स के पल्मोनरी विभाग के एक वरिष्ठ डॉक्टर के मुताबिक ओपीडी में मरीजों की कई गुना बढ़ गई है। ज्यादातर मरीजों को सांस लेने में तकलीफ है, सबसे ज्यादा बच्चे और महिलाएं है
एम्स के एक और डॉक्टर ने बताया कि पिछले सप्ताह दो युवक सांस लेने में तकलीफ, गले में खुश्की व दर्द की शिकायत लेकर पहुंचे थे। इनमें से एक कर्नाटक और दूसरा उत्तर-पूर्व में नौकरी करता है। दोनों ही दिल्ली के मूल निवासी हैं, जो कुछ समय पहले वापस लौटे थे। प्रदूषित आबोहवा के कारण दोनों की ऐसी स्थिति हो गई है। जांच के दौरान दोनों स्वस्थ पाए गए हैं। दिल्ली का वातावरण प्रदूषित होने से इन्हें यहां से दूर रहने की सलाह दी गई है। डॉक्टरों का कहना है कि हर साल सर्दियों में प्रदूषण की वजह से मरीजों की संख्या में इजाफा होता है।
दिवाली के बाद स्थिति खतरनाक होगी
एम्स के डॉक्टरों की मानें तो दिवाली के बाद स्थिति और ज्यादा खतरनाक हो सकती है। लोग घर से निकलते वक्त मास्क लगाकर निकलें। गुनगुने पानी से गरारे और गर्म पानी से स्नान करें। इससे त्वचा को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा। साथ ही अपनी दिनचर्या पर अधिक ध्यान दें।