Home ब्रेकिंग न्यूज़ अभिजीत हत्याकांड: बेटे का कत्ल कर सो गई थी मां, सुबह उठकर मिटाए सबूत

अभिजीत हत्याकांड: बेटे का कत्ल कर सो गई थी मां, सुबह उठकर मिटाए सबूत

by vdarpan
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राष्ट्रीय / संयुक्त मोर्चा टीम
कोई मां अपने बेटे को कैसे मार सकती है.. वो भी गला घोंटकर? सोमवार को जिस वक्त लोग इस बात पर चर्चा कर रहे थे। उस वक्त मीरा यादव पुलिस अधिकारियों के सामने चौंकाने वाले खुलासे कर रही थी। जिसे सुनकर पुलिस भी सकते में आ गई। मीरा ने बताया कि बेटे अभिजीत से हाथापाई करने और फिर उसका कत्ल करने में वह काफी थक गई थी। लिहाजा वह शव के पास ही जमीन पर लेटकर सो गई। सुबह उठने पर उसने सबूत मिटाने का काम शुरू किया। इस दौरान वह छह से सात घंटे तक बेटे के शव के साथ कमरे में अकेली रही थी।

एएसपी पूर्वी सर्वेश कुमार मिश्रा के मुताबिक मीरा ने बयान दिया कि अभिजीत शराब पीने का आदी था। वह आए दिन शराब पीकर घर आता और उससे झगड़ा करता था। बेटे की हरकतों से वह तंग आ चुकी थी। मीरा ने बताया कि शनिवार रात 11 बजे वह शराब के नशे में धुत होकर घर आया। आते ही उसने गाली-गलौज शुरू कर दी। इस पर उसने अभिजीत को थप्पड़ मारते हुए धक्का दिया। इससे अभिजीत दरवाजे से टकरा कर नीचे गिर गया। इसके बाद वह दोबारा उठकर उसके साथ हाथापाई करने लगा। मीरा के मुताबिक गुस्से में आकर उसने अभिजीत का सिर दीवार से लड़ा दिया था। जिससे वह बेहोश होकर गिर गया। अभिजीत के गिरने के बाद उसने दुपट्टे से उसका गला कस दिया था।

चूल्हे पर जलाया दुपट्टा, गले पर लगाई थी क्रीम
मीरा ने अपने बयान में बताया कि उसने अभिजीत की हत्या रात करीब 2 बजे की थी। इसके बाद वह उसी कमरे में सो गई जहां अभिजीत का शव पड़ा था। रविवार सुबह नींद खुलने पर उसने अभिजीत को हिला-डुला कर देखा लेकिन उसके शरीर में कोई हलचल नहीं थी। इस पर वह आश्वस्त हो गई कि वह मर चुका है। इसके बाद उसने अपने जुर्म पर पर्दा डालने की कोशिश शुरू की। सीओ अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि मीरा ने बेटे की हत्या करने के बाद सबूत मिटाने की भी कोशिश की थी। इस क्रम में उसने हत्या में प्रयुक्त दुपट्टा गैस चूल्हे पर रखकर जला दिया था। वहीं अभिजीत की गर्दन पर कसाव का निशान बन गया था। मीरा ने यह निशान छुपाने के लिए अभिजीत की गर्दन पर सोफ्रामाइसिन क्रीम लगाई थी।

गैलरी से बरामद की क्रीम
इंस्पेक्टर हजरतगंज राधारमण सिंह ने बताया कि पुलिस ने जले हुए दुपट्टे के कुछ अवशेष बरामद किए हैं। इसके अलावा वह चूल्हा भी कब्जे में लिया है जिस पर मीरा ने दुपट्टा जलाया था। अभिजीत की गर्दन पर सोफ्रामाइसिन लगाने के बाद उसने ट्यूब को पीछे गैलरी में फेंक दिया था। मीरा की निशानदेही पुलिस ने गैलरी से वह क्रीम भी बरामद कर ली है।

नौकर के आने पर नहीं खोला था दरवाजा
सीओ अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि रविवार सुबह करीब 7 बजे घरेलू नौकर दारुल शफा स्थित मीरा के फ्लैट पर आया था। उसने काफी देर तक दरवाजा खटखटाया लेकिन मीरा ने दरवाजा नहीं खोला था। खुद नौकर ने यह बात पुलिस को बताई। पुलिस कई और लोगों से पूछताछ कर रही है।

दशहरे के दिन भी हुआ था विवाद
मीरा ने बताया कि दशहरे वाले दिन भी उसका अभिजीत से झगड़ा हुआ था। वह शराब पीने के लिए रुपये मांग रहा था जबकि बीते कुछ दिनों से उसे पैसों की किल्लत थी। इसलिए उसने अभिजीत को रुपये देने से मना कर दिया था। इस पर अभिजीत ने उसे मारापीटा था।

मैंने बेटे को मारा
पुलिस की पूछताछ में मीरा ने बेटे अभिजीत की हत्या करने की बात कबूल की। मीरा ने पूरी कहानी भी बताई कि उसने किस तरह सबूत मिटाने की कोशिश की थी। पुलिस ने मीरा की निशानदेही पर जले हुए दुपट्टे के अवशेष, क्रीम व चूल्हा बरामद किया।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट से खुला हत्या का राज
रविवार सुबह अभिजीत यादव की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने की सूचना मिलने पर दारुलशफा पहुंची हजरतगंज पुलिस को परिवार वालों ने अभिजीत की मौत को स्वाभाविक बताते हुए पोस्टमार्टम कराने से इनकार कर दिया था। परिजन शव लेकर बैकुण्ठ धाम के लिए निकल भी गए थे। लेकिन, शक होने पर पुलिस ने रास्ते में शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया था। इसमें अभिजीत की गला दबाकर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई थी। इसके बाद पुलिस ने मृतक के बड़े भाई अभिषेक यादव द्वारा दी गई तहरीरी सूचना को आधार बनाकर अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।

बड़े बेटे को फोन कर बुलाया था
मीरा यादव ने बताया कि घटना के दौरान उसका बड़ा बेटा अभिषेक यादव नरही स्थित दूसरे फ्लैट पर था। सबूतों से छेड़छाड़ करने के बाद सुबह करीब 8 बजे उसने अभिषेक को फोन करके बुलाया था। अभिषेक पिछले दरवाजे से फ्लैट में दाखिल हुआ था। मीरा के मुताबिक उसने अभिषेक को यही बताया था कि रात को अभिजीत के सीने में दर्द उठा था, सुबह देखा तो उसकी मौत हो चुकी थी। इसके बाद अभिषेक ने ही नौकरों व अन्य लोगों को अभिजीत की मौत की सूचना दी थी।

हत्या में भाई की भूमिका की जांच कर रही पुलिस
अभिजीत यादव की हत्या में उसके बड़े भाई अभिषेक यादव की भूमिका की भी पुलिस जांच कर रही है। सीओ अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि अगर कोई भी साक्ष्य या सबूत अभिषेक के खिलाफ मिलते हैं तो उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी। सीओ ने बताया कि अब तक की जांच में यह बात सामने आई है कि घटना के वक्त अभिषेक दारुल शफा के फ्लैट में नहीं था। वह नौकर के साथ रात को नरही स्थित अपने दूसरे फ्लैट पर रुका था। पुलिस की पूछताछ में नौकरों ने भी यही बात बताई है।

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