राष्ट्रीय / संयुक्त मोर्चा टीम
पीटीआई सांसद वनक्वानी उस प्रतिनिधि मंडल का हिस्सा हैं जिसे भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) ने प्रयागराज में कुंभ मेले के लिए आमंत्रित किया है.
पाकिस्तान की सत्तारूढ़ पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सांसद रमेश कुमार वनक्वानी ने रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और पुलवामा हमले में पाकिस्तान के हाथ होने से इनकार किया.
वनक्वानी उस प्रतिनिधि मंडल का हिस्सा हैं जिसे भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (आईसीसीआर) ने प्रयागराज में कुंभ मेले के लिए आमंत्रित किया है. वनक्वानी और उसके प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री मोदी के अलावा विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और उनके जूनियर मंत्री वीके सिंह से भी मुलाकात की. उन्होंने भारत सरकार का आभार जताते हुए कहा, ‘मेरा गर्मजोशी से स्वागत हुआ, इसके लिए भारत सरकार का धन्यवाद. मैं वीके सिंह जी, प्रधानमंत्री मोदी से मिला और सुषमा जी के साथ वार्ता की. मैंने आश्वस्त किया कि पुलवामा हमले में पाकिस्तान का कोई हाथ नहीं है. हमें सकारात्मक दिशा की ओर बढ़ना चाहिए, हम अमन चाहते हैं.’
बीते 14 फरवरी को जम्मू और कश्मीर के पुलवामा जिले के अवंतिपुरा इलाके में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के एक फिदायीन हमलावर ने सीआरपीएफ के काफिले में विस्फोटक से भरी गाड़ी टकरा दी. इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए जबकि कई जख्मी हैं. जैश पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन है जिसका सरगना मसूद अजहर है. अजहर पाकिस्तान में पनाह पाए हुए है और उसका एक नया ठिकाना पीओके में पता चला है. भारत सहित दुनिया के कई देशों ने पुलवामा हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है और पाकिस्तान से जैश के खिलाफ कार्रवाई करने का आश्वासन मांगा है. भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कार्रवाई की जिनमें सबसे अहम ‘सर्वाधिक अनुग्रहित राष्ट्र (MFN) का दर्जा वापस लिए जाने का फैसला है.’
पाकिस्तानी उच्चायुक्त तलब
वनक्वानी के भारत दौरे से पहले बीते शुक्रवार को भारत ने पाकिस्तान के उच्चायुक्त सोहेल महमूद को तलब किया था और पुलवामा हमले को लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया था. विदेश मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि विदेश सचिव विजय केशव गोखले ने 2 बजे महमूद को तलब किया और आतंकी हमले के संबंध में कड़ी आपत्ति जताई. गोखले ने कहा कि पाकिस्तान को निश्चित ही जैश के खिलाफ तत्काल कदम उठाना चाहिए और पाकिस्तान की धरती से चलने वाले आतंकी संगठनों और लोगों पर तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए.
इमरान खान ने क्या कहा
इससे पहले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने कहा कि भारत अगर पुलवामा हमले का सबूत देता है तो पाकिस्तान जरूर कार्रवाई करेगा. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि अगर भारत 14 फरवरी को हुए आत्मघाती हमले के मद्देनजर पाकिस्तान पर हमला करेगा तो उनका देश निश्चित ही इसका जवाब देगा. खान ने अपने राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा, “अगर आप (भारत सरकार) सोचते हैं कि आप हम पर हमला करेंगे और हम जवाब देने के बारे में नहीं सोचेंगे..हम जवाब देंगे. हमारे पास जवाब देने के अलावा और कोई विकल्प नहीं बचेगा. हम सभी जानते हैं कि युद्ध शुरू करना आसान है लेकिन यह हमें कहां ले जाएगा, केवल ईश्वर जानता है.”
प्रधानमंत्री खान ने कहा कि भारत सरकार ने बिना सबूत के पुलवामा हमले का आरोप पाकिस्तान पर लगाया. उन्होंने आगे कहा, अगर भारत ‘कार्रवाई करने लायक जानकारी’ देता है तो इस्लामाबाद इसकी जांच करने के लिए तैयार है. उन्होंने कहा, “भारत ने पाकिस्तान पर बिना सबूतों और बिना यह सोचे हम पर आरोप लगाए कि इससे हमें कैसे फायदा होगा. यह नया पाकिस्तान है. हमारी नई सोच है. पाकिस्तान ऐसी चीजें क्यों करेगा जब वह स्थिरता की दिशा में बढ़ रहा है.”
जेयूडी पर कार्रवाई, लगा प्रतिबंध
हालांकि पाकिस्तान ने बीते गुरुवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए आतंकी हाफिद सईद के जमात-उद-दावा (जेयूडी) और खैराती इकाई फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन पर एक बार फिर प्रतिबंध लगा दिया. सईद पर यह दुबारा प्रतिबंध लगा है क्योंकि इससे पहले उसके संगठन लश्कर-ए-तैयबा पर बैन लगने के बाद उसने जेयूडी शुरू किया था. यह फैसला प्रधानमंत्री इमरान खान की अगुवाई में राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक में लिया गया. दोनों संगठनों पर पिछले साल फरवरी में भी रोक लगाया गया था लेकिन रोक की मियाद खत्म हो गई थी. इसके बाद एक बार फिर इन्हें बैन कर दिया गया है.