श्रीनगर 18 फरवरी ,दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा में सोमवार तड़के सुरक्षा बलों के घेराबंदी और तलाश अभियान के दौरान मुठभेड़ में सेना के एक मेजर समेत चार जवान शहीद हो गये जबकि एक नागरिक की मौत हो गयी।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में दो आतंकियों के मारे जाने के बाद पत्थरबाज सड़कों पर उतर आए हैं। मारे गए दोनों आतंकियों की पहचान होना बाकी है। बताया जा रहा है कि इनमें पुलवामा हमले का मास्टरमाइंड कामरान भी शामिल है। इससे पहले मुठभेड़ में सेना के एक मेजर समेत चार जवान शहीद हो गए। एक आम नागरिक के भी मारे जाने की खबर है।
पुलवामा जिले में अवंतिपोरा के समीप श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर फियादीन हमले में तीन दिन बाद यह दूसरी बड़ी घटना है। गत गुरुवार को हुए इस हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के 44 जवान शहीद हो गये थे।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि खुफिया सूचना के आधार पर राष्ट्रीय राइफल्स (आरआर), जम्मू कश्मीर पुलिस के विशेष अभियान समूह (एसओजी) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) ने पुलवामा के पिंगलन गांव में संयुक्त अभियान शुरू किया। सुरक्षाबलों के जवान जब गांव से बाहर निकलने के रास्ते बंद कर रहे थे, तभी वहां छुपे आतंकवादियों ने उन पर अंधाधुंध गोलियां चलाना शुरू कर दी। गोलीबारी में मेजर और सुरक्षाबलों के तीन जवान घायल हो गये। घायलावस्था में उन्हें तत्काल 92 बेस अस्पताल ले जाया गया, जहां बाद में उनकी मौत हो गयी।
उन्होंने बताया कि मुठभेड़ स्थल के समीप एक नागरिक की भी गोली लगने से मौत हो गयी।
सूत्रों ने बताया कि आतंकवादियों के गांव से बाहर निकलने के सभी रास्ते बंद कर दिये गये हैं। अतिरिक्त सुरक्षाबलों को मौके पर भेजा गया है। अंतिम सूचना मिलने तक दोनों ओर से लगातार गोलीबारी जारी है। इलाके में दो से तीन आतंकवादी छुपे हुए हैं। किसी भी प्रदर्शन को टालने के लिए आसपास के गांवों में अतिरिक्त सुरक्षाबलों और पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है।