दिल्ली / संयुक्त मोर्चा टीम
अतिसुरक्षित श्रेणी में आने वाली दूरंतो एक्सप्रेस के एसी कोच में आज सुबह साढ़े तीन बजे एक बड़ी लूट का मामला सामने आया। इस हादसे के शिकार हुए एक यात्री ने अपनी आपबीती रेलवे के शिकायती पोर्टल पर डाली है, जिसे पढ़कर रेलवे की सुरक्षा पर सवाल उठने लगे हैं।
गौरतलब है कि. पीड़ित यात्री अश्विनी कुमार जिसके साथ ये हादसा हुआ उसने आज सुबह साढ़े तीन बजे रेलवे शिकायत पोर्टल में अपनी आपबीती डाली। यात्री ने लिखा- ‘मैं जम्मू से दिल्ली के लिए आज सुबह दूरंतो एक्सप्रेस ट्रेन नंबर 12266 में सफर कर रहा था’। इस ट्रेन का स्टॉपेज सिर्फ दिल्ली और जम्मू में है। ट्रेन दिल्ली रेलवे स्टेशन पर सुबह 4.20 बजे पहुंचने वाली थी। सुबह 3.30 बजे यह दिल्ली से पास में कहीं रुकीं क्योंकि ट्रैक सिग्नल क्लियर नहीं था।
ट्रेन रुकी हुई थी इसी बीच करीब 10 अज्ञात बदमाश कोच नंबर बी3 और बी7 में घुस गए। उनके हाथ में तेज धार वाले चाकू थे। उन्होंने यात्रियों के गले पर चाकू रखकर अपने साथ ले चल रहे कीमती सामानों को उनके हवाले करने को कहा। उन्होंने यात्रियों से पर्स, नकद, कैरी बैग, सोने की चेन, मोबाइल और अन्य कई सामान यात्रियों से लूट लिए।
10-15 मिनट तक चलती रही लूट
यह पूरा हादसा 10-15 मिनट के बीच हुआ, जब ट्रेन रुकी हुई थी। यात्री ने आगे लिखा कि सबसे बड़ी बात तो ये थी कि इस पूरी घटना के दौरान न तो कोई स्टाफ और न ही सुरक्षा बल मौके पर मौजूद थे। घटना के बाद हमने अटेंडेंट और टीटी को ढूंढने की कोशिश की जो 20 मिनट बाद मिले। अटेंडेंट अपनी जगह पर मौजूद नहीं था और ट्रेन में ही कहीं सो रहा था।
हमने टीटी को ढूंढने की कोशिश की लेकिन जब तक हम स्टेशन पर थे वह नहीं मिला। हमने 100 नंबर पर फोन किया और जब ट्रेन अपने गंतव्य पर पहुंची तो दिल्ली पुलिस उस स्टेशन पर पहुंची हुई थी। उन्होंने घटना की एफआईआर दर्ज की। अब इस दुर्घटना के लिए कौन जिम्मेदार है? हम ट्रेन की सुविधाओं के लिए ज्यादा पैसे देते हैं और क्या यही वो सुविधाएं हैं जो हमें पैसे के बदले मिल रही हैं।
अटेंडेंट ने हमें बताया कि ट्रेन में कोई सुरक्षा बल मौजूद नहीं था। क्या रेलवे किसी हादसे का इंतजार कर रही है जिसके बाद ट्रेनों में सुरक्षा मुहैया कराई जाएगी। हम एसी कोच में सुरक्षित नहीं तो कल्पना कीजिए कि स्लीपर कोच और जनरल क्लास की सिक्योरिटी का क्या आलम होगा, जहां लोग बिना टिकट के भी यात्रा कर लेते हैं। आखिर किस लिए रेलवे हमसे महंगा किराया वसूल कर रही है? हम ट्रेन में यात्रियों की सुरक्षा के लिए बहुत चिंतित हैं।