नयी दिल्ली , महाराष्ट्र के पुणे में हुई हिंसा का मुद्दा आज संसद के दोनों सदनों में गूंजा और विपक्ष ने भारी हंगामा किया जिसके चलते कार्यवाही कई बार बाधित हुई, लोकसभा में प्रश्नकाल हुआ पर शून्यकाल की कार्यवाही बाधित हुई और बाद में कांग्रेस सदस्य सदन से बहिर्गमन कर गये।
उनकी मांग थी कि इस घटना की जांच उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश से करायी जाये और दलितों पर अत्याचार के मुद्दे पर प्रधानमंत्री सदन में वक्तव्य दें।
राज्यसभा में भी इस मुद्दे पर जोरदार हगामा हुआ और भोजनावकाश तक हंगामे के कारण कोई कामकाज नहीं हुआ लेकिन भोजनावकाश के बाद हंगामे के बीच तीन तलाक संबंधित विधेयक पेश किया गया ।