राष्ट्रीय / संयुक्त मोर्चा टीम
बसपा से निकाले गए पूर्व एमएलसी मुकुल उपाध्याय ने भले ही अभी किसी राजनीतिक दल में शामिल होेेने की घोषणा न की हो, लेकिन दिल्ली में आयोजित विराट धर्मसभा में शामिल होकर उन्होंने भगवा चोला पहन लिया है। मुकुल का कहना है कि उन्हें विश्व हिंदू परिषद के कुछ बड़े नेताओं ने बुलाया था। इसलिए इस धर्मसभा में उन्होंने शिरकत की। वैसे भी अयोध्या में राम मंदिर बनना ही चाहिए।
उल्लेखनीय है कि पिछले माह बसपा के दिग्गज नेता रामवीर उपाध्याय के भाई पूर्व एमएलसी मुकुल उपाध्याय को बसपा ने निकाल दिया था। पूर्व एमएलसी मुकुल उपाध्याय ने अपने भाई रामवीर, भाभी सीमा के अलावा बसपा सुप्रीमो मायावती पर गंभीर आरोप लगाए थे। उनका कहना था कि वह अलीगढ़ लोकसभा क्षेत्र से बसपा की टिकट मांग रहे थे, लेकिन मायावती ने उनसे पांच करोड़ रुपये मांगे थे।
इसके बाद मुकुल उपाध्याय ने अपने भाजपा में जाने के संकेत दिए थे। मुकुल पूर्व में आरएसएस के सक्रिय कार्यकर्ता भी रहे हैं। हालांकि बसपा से निकाले जाने के बाद अभी तक उन्होंने किसी राजनीतिक दल में शामिल होेने की घोषणा नहीं की है। लेकिन रामजन्मभूमि पर भव्य मंदिर निर्माण के लिए रविवार को दिल्ली में हुई धर्मसभा में शामिल होकर उन्होंने सभी को चौंका दिया।
इस बारे में उनका कहना था कि यह कार्यक्रम गैर राजनीतिक था। उन्हें विश्व हिंदू परिषद के नेताओं ने बुलाया था। इसलिए वह इस धर्मसभा में गए थे। अपने अगले राजनीतिक कदम के बारे में उन्होंने कहा कि 12 दिसंबर या उसके बाद ही इस बारे में कुछ कहेंगे।